जमीन के रिकॉर्ड में हेर-फेर का मामला, मायावती को हाईकोर्ट का नोटिस

उत्तर प्रदेश में जारी सियासी दंगल के बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती को एक झटका लगा है. एक याचिका पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उन्हें नोटिस जारी किया है. बसपा सुप्रीमो पर मुख्यमंत्री रहते हुए जमीन के रिकॉर्ड में हेर-फेर का आरोप लगाया गया है. इस नोटिस में मायावती के अलावा उनके भाई प्रभुदयाल और भतीजे आनंद कुमार का भी नाम शामिल है.

जमीन के रिकॉर्ड में हेर-फेर का मामला, मायावती को हाईकोर्ट का नोटिस

चीफ जस्टिस डी बी भोंसले और जस्टिस यशवंत वर्मा की बेंच ने संदीप भाटी नाम के एक सामाजिक कार्यकर्ता की याचिका पर यह नोटिस जारी किया है. इस याचिका में मायावती पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए गौतमबुद्ध नगर जिले के बादलपुर गांव की 47,433 वर्ग मीटर कृषि भूमि को रिहायशी क्षेत्र घोषित कर दिया था.

अपनी याचिका में संदीप भाटी का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री ने यह कदम इसलिए उठाया ताकि इस जमीन पर प्लॉट काट कर बेचे जा सकें और मोटी धनराशि कमाई जा सके. बादलपुर नाम का यह गांव ग्रेटर नोएडा के पास स्थित है और याचिकाकर्ता के मुताबिक ऐसे में जमीन को रिहायशी जमीन में तब्दील करने पर कई गुना ज्यादा कीमत मिलने की संभावना रहती है.

Back to top button