भारत के साथ 8 डील पर साइन करेंगे पुतिन

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज दो दिवसीय भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। अब से कुछ घंटों बाद उनका स्पेशल विमान भारत की धरती पर लैंड करेगा। पुतिन की इस भारत यात्रा पर पूरी दुनिया की नजर टिकी है।
दरअसल, राष्ट्रपति पुतिन भारत-रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी के 25 साल पूरे होने के मौके पर नई दिल्ली आ रहे हैं। इस यात्रा के दौरान वह 23वें द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। भारत में पुतिन स्पेशल सेक्योरिटी कवर के बीच रहेंगे। 4 और 5 दिसंबर को उनका ये दौरा हो रहा है।
भारत-रूस के बीच बड़ी डील की संभावना
राष्ट्रपति पुतिन के दौरे को लेकर माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच कई एग्रीमेंट डील होने की उम्मीद है। बता दें प्रधानमंत्री मोदी के निमंत्रण पर पुतिन भारत की यात्रा कर रहे हैं। ध्यान दिया जाना चाहिए कि साल 2022 में यूक्रेन-रूस का युद्ध शुरू होने के बाद पुतिन का ये पहला भारत का दौरा है।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मु संग होगी पुतिन की बैठक
पुतिन अपनी भारतीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात करेंगे। इस दौरान कई बड़े एलान और एग्रीमेंट पर साइन होने की उम्मीद है। वहीं, दोनों देशों के नेता एक संयुक्त मीडिया स्टेटमेंट भी जारी करेंगे। पुतिन की यात्रा के दौरा भारत और रूस के बीच कई अहम डील होने की संभावना है। जिसमें…
2030 इकोनॉमिक को-ऑपरेशन प्रोग्राम सेक्टोरल एग्रीमेंट्स (ट्रेड, एनर्जी, एग्रीकल्चर, हेल्थ, मीडिया आदि)
SU-57 स्टेल्थ फाइटर जेट डील
सिक्योरिटी कॉरपोरेशन डील
लॉजिस्टिक सपोर्ट डिफेंस समझौता
मॉड्यूलर रिएक्टर
एनर्जी कॉरपोरेशन डील
ऑयल सेक्टर
ब्रह्मोस मिसाइल अपग्रेड इत्यादि शामिल है।
दोनों देश आर्थिक विकास पर फोकस रखेंगे
रूस के राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा से पहले रूसी राजनयिक उशाकोव का कहना है कि पीएम मोदी और पुतिन बढ़ते ट्रेड और आर्थिक साझेदारी पर विस्तार से चर्चा करेंगे। इसमें 2024 में द्विपक्षीय व्यापार 12 प्रतिशत से बढ़कर USD 63.6 बिलियन हो जाएगा।
गौरतलब है कि शुक्रवार को पीएम मोदी दिल्ली के भारत मंडपम में इंडिया-रूस बिजनेस फोरम को संबोधित करेंगे। यहां पर निवेश के मौकों, उत्पादन साझेदारी और तकनीक में सहयोग की बात की जाएगी। इस दौरान दोनों देशों के बीच डिफेंस कॉऑपरेशन पर भी खास तौर पर बातचीत होगी। वहीं, दोनों देश के नेता UN, SCO, G20 और ब्रिक्स में को-ऑपरेशन सहित बड़े अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी अपने विचार साझा करेंगे।





