बड़ी ख़बर: ‘भाजपाइयों’ के इस कदम से झुका पीएम मोदी का सिर, दिया कभी न भूलने वाला दर्द!
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए शनिवार का दिन सबसे बड़ी हार के रूप में देखा जा रहा है। दरअसल हाल ही में बीफ बैन के विरोध पर पार्टी से इस्तीफा देने वाले करीब पांच हजार भाजपा कार्यकर्ता बीफ पार्टी का आयोजन कर रहे हैं। भाजपा की खिलाफत और केंद्र के फरमान की अवेहलना कर इन कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी का सिर झुका दिया है।
बता दें ये भाजपा कार्यकर्ता केंद्र सरकार के तीन साल पूरे होने की खुशी में बीफ पार्टी देने पर अड़े हुए थे। लेकिन बीफ बैन पर नाराजगी जाहिर करते हुए वे पार्टी से अलग हो गए।
ख़बरों के मुताबिक़ गारो हिल्स जिले के पूर्व भाजपा अध्यक्ष बनार्ड मराक, क्षेत्र के पूर्व भाजपा नेता बाचू मारक और दूसरे नेताओं ने शनिवार शाम को बड़ी बीफ पार्टी की बात कही है। इस आयोजन को ‘बिची-बीफ पार्टी’ का नाम दिया गया है।
बिची चावल से तैयार की जाने वाली शराब है जिसका उत्सवों के दौरान सेवन किया जाता है। ये आजोयन शनिवार को शाम शुरू होने की बात आयोजकों ने कही है। इसमें हजारों लोग शामिल होंगे।
गारो हिल्स जिले के पूर्व भाजपा अध्यक्ष बनार्ड मराक, पूर्वी गारो हिल्स के पूर्व भाजपा अध्यक्ष बाचू मारक और दूसरे नेताओं मे केंद्र पर बीफ बैन और मवेशियों की बिक्री को लेकर बनाए गए नए कानून के चलते इस्तीफा दिया है। बाचू मारक ने भी बर्नार्ड मारक के इस्तीफे के चार दिन के अंदर बीते हफ्ते पार्टी छोड़ी।
ये नेता मोदी सरकार के तीन साल पर बीफ पार्टी का आयोजन करना चाहते थे, मामले के मीडिया में आने के बाद आलाकमान ने ऐसे किसी भी आयोजन को ना करने की बात कही थी।
पार्टी से इजाजत ना मिलने पर कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी थी। उन्होंने कहा कि राज्य में बीफ पर बैन नहीं है और उन्हें इससे रोकना गलत है।
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उन्होंने कहा कि बलि देकर जश्न मनाना गारो जनजाति की संस्कृति है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता खान-पान को लेकर तानाशाही रुख अपना रही है।
भाजपा से इस्तीफा देने के बाद बर्नार्ड ने कहा है कि उस पार्टी के लिए काम करने का क्या मतलब है जो गारो परंपरा और संस्कृति को जिंदा नहीं रख सकते।