बैंकों में गोल्ड वैल्यूवर ने की करोड़ों की धोखाधड़ी, नकली सोना गिरवी रखकर लोन उठाया, एफआईआर दर्ज

बूंदी में नकली सोना गिरवी रखकर बैंकों से करोड़ों रुपये के गोल्ड लोन उठाने का मामला सामने आया है। इस घोटाले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि खुद बैंक में सोने की वैल्यूएशन करने वाला व्यक्ति ही इस धोखाधड़ी का मास्टर माइंड निकला। आरोपी संजय सोनी जो कई बैंकों के गोल्ड वैल्यूएशन पैनल में शामिल था, ने लोगों को झांसे में लेकर उनके नाम पर नकली सोने के जरिए लोन उठाया और फरार हो गया।
शहर के बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, इंडियन बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, एक्सिस बैंक सहित कई बैंकों में संजय सोनी वैल्यूएशन का काम करता था। उसने इसी पद का दुरुपयोग करते हुए कई ग्राहकों के नाम से नकली सोना गिरवी रखकर लोन प्राप्त किया। जब बैंकों द्वारा दोबारा सोने की जांच कराई गई तो वह नकली पाया गया, जिससे बैंकों और संबंधित खाताधारकों में हड़कंप मच गया।
फरियादी विजय प्रजापत ने बताया कि वह लंका गेट स्थित ई-मित्र केंद्र पर कार्यरत है। वहीं उसकी पहचान संजय सोनी से हुई, जो खुद को बैंक ऑफ इंडिया का गोल्ड लोन वैल्यूवर बताता था। कुछ समय बाद संजय ने विजय से कहा कि उसे पैसे की जरूरत है लेकिन वह खुद बैंक में कार्यरत होने के कारण लोन नहीं ले सकता, इसलिए उसके नाम से लोन दिलवाने की बात कही। विजय उसकी बातों में आ गया और उसके नाम से बैंक में सोना रखकर लोन ले लिया गया। बाद में बैंक की ओर से भेजे गए नोटिस में बताया गया कि कुल दो खातों में 2 लाख और 6.80 लाख का लोन लिया गया था और दोनों पर क्रमशः 2.07 लाख और 7 लाख से अधिक की राशि बकाया थी। साथ ही बैंक ने यह भी बताया कि सोना नकली था।
इस मामले में पहले थाने और पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट देने के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं हुई। अंततः फरियादी ने अदालत की शरण ली, जिसके आदेश पर कोतवाली पुलिस ने आरोपी संजय सोनी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों के अनुसार संजय सोनी एक दर्जन से अधिक बैंकों में गोल्ड वैल्यूएशन का कार्य करता था और इसी का फायदा उठाकर उसने कई लोगों के नाम पर अलग-अलग बैंकों से करोड़ों रुपये का लोन नकली सोना गिरवी रखकर उठाया है। मामले के उजागर होने के बाद कई बैंकों ने उसे पैनल से बाहर कर दिया है और लोनधारकों को नोटिस जारी कर वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी है।