बेहतर करियर चाहिए या जॉब, तो जरुर पढ़ें ये खबर और करें फैसला

पढ़ाई पूरी करने के बाद जॉब पाना पहली प्राथमिकता होती है। यह स्वाभाविक भी है, लेकिन जॉब पाने के लिए जरूरी योग्यताओं में व्यक्तित्व का महत्व सर्वोपरि होता है… इसके अलावा भी कुछ बातें ऐसी होती हैं जो बेहतर जॉब दिलाने में मदद करती है। आइए जानते हैं।

जॉब का खाका बनाते समय बहुत से युवाओं की धारणा होती है कि अगर वे सही प्रोफेशनल कोर्स का चुनाव करें, तो जॉब पाने में उन्हें परेशानी नहीं होनी होगी। लेकिन जब आप पढ़ाई पूरी करने के बाद जॉब के लिए मार्केट में जाते हैं, तो स्थिति काफी बदली हुई होती है। इससे कुछ को आश्चर्य होता है, तो कुछ को यह लगता है कि इसकी तैयारी की जा सकती थी। दरअसल, कोई नियोक्ता उम्मीदवारों का चयन सिर्फ उसके ज्ञान और डिग्री के आधार पर नहीं करता। वह प्रतिभाशाली कर्मचारी के साथ ही अच्छे मानवीय और प्रबंधकीय गुणों को भी देखते हैं। कोई भी कंपनी उन्हें महत्व देती है, जो व्यवहारिकता के साथ वर्तमान तकनीक में बदलाव की प्रक्रिया में नई चीजों को सीखने की प्रवत्ति रखते हों। कंपनी और संस्थान उन कर्मचारियों को भी महत्व देते हैं, जो सिर्फ अच्छी सैलरी पाने के लिए ही काम नहीं करता हों। एक अच्छा कर्मचारी बनने के लिए आपका व्यक्तित्व प्रभावशाली, गंभीर और विश्वसनीय होना चाहिए। इसकी तैयारी एक-दो महीने में नहीं हो सकती। इमर्सन का भी कहना है कि ‘आपका व्यक्तित्व ही सफलता की पहली सीढ़ी है।’
कैरियर और जॉब दो अलग-अलग बाते हैं। प्राय: दोनों को समझने में गलती हो जाती है। पढ़ाई पूरी करने के बाद अधिकांश युवा जॉब की तलाश शुरू कर देते हैं, जो कि वेतन और प्रमोशन की संभावनाओं पर आधारित होती है। जबकि करियर का निर्माण भविष्य में आगे बढ़ने और नई ऊंचाइयां हासिल करने के लिए अपनी क्षमता और योग्यता में संवर्द्धन से जुड़ा होता है। इसके लिए आपको अपनी योग्यताओं को लगातार बढ़ाते रहना होता है। जॉब पाने के बाद हमारी इच्छा उसी कंपनी में रहते हुए बाकी साथियों की तुलना में ज्यादा वेतन और प्रमोशन पाने की होती है। इसके लिए आपका टैलेंट और अनुभव बहुत काम आता है। कई बार बेहतर संभावनाओं के लिए शुरुआत में ही कुछ युवा जल्दी-जल्दी नौकरी बदलकर, अपनी स्थिति बेहतर बनाना ज्यादा अच्छा विकल्प मानते हैं। इसकी मुख्य वजह एंट्री लेवल पर दूसरी कंपनियों द्वारा अच्छे टैलेंट को तरजीह देना है, जो ठीक भी है। लेकिन ऐसा करने से पहले हमें अपने दीर्घकालिक भविष्य को भी ध्यान में रखना चाहिए। आज कंपनियां ऐसे लोगों को लेना बेहतर मानती हैं, जो पहले से ट्रेंड और स्किल्ड हैं।