बालों का कलर हमेशा दिखेगा ‘पार्लर फ्रेश’, बस जान लें ये छोटा सा सीक्रेट

आपने भले ही एक या दो हफ्ते पहले अपने बालों को कलर किया हो लेकिन कुछ ही दिनों में जड़ों से सफेदी झांकती हुई नजर आना शुरू हो जाती है।
ऐसे में बार-बार हेयर कलर करना झंझटभरा काम लगता है और इससे बचने के लिए आप रूट टच-अप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जानते हैं, यह रूट कवर या टच-अप कैसे काम करता है और कैसे आप अपने लिए सबसे बेहतर वैराइटी चुन सकते हैं।
कैसे काम करता है
यह बाल कलर करने के बाद दूसरे अपॉइंटमेंट के बीच के समय को कवर करने का काम करता है, क्योंकि एक-दो हफ्ते में ही बालों की सफेदी उसके रूट या जड़ों से नजर आने लगती है। पूरे बालों को कलर करने की बजाय यह उसके सरफेस को ढंक देता है। ज्यादातर रूट टच-अप शैम्पू करने के बाद धुल जाते हैं।
कितने तरह के होते हैं
स्प्रे: इससे बालों के बड़े हिस्से को कलर करना आसान होता है। बालों की जड़ों में स्प्रे करते ही सारे बाल एक जैसे नजर आने लगते हैं।
पाउडर: अगर बालों के छोटे हिस्से को कवर करना हो तो रूट टच-अप का यह ऑप्शन ज्यादा बेहतर माना जाता है। आपको जिस हिस्से को टच-अप करना है बस उसी हिस्से में ब्रश की मदद से इसे लगा सकते हैं।
स्टिक: यह एक मार्कर पेन की तरह होता है। इसे सफर में साथ ले जाना भी आसान होता है। जब भी जरूरत हो आप इससे टच-अप कर सकते हैं।
कितने दिनों पर करें टच-अप
ज्यादातर लोगों को चार से पांच हफ्तों में ही अपने हेयर कलर को टच अप करने की जरूरत पड़ती है। वैसे यह बालों की ग्रोथ पर निर्भर करता है। आपको जब भी अपने बालों में ग्रोथ दिखे और सफेदी नजर आए तो आप इसे लगा सकते हैं। कुछ लोग तो हमेशा ही इसे अपने साथ रखते हैं और एक-दो दिन के गैप में ही इस्तेमाल कर लेते हैं।





