बाबा की फिल्म MSG 2 देखने के लिए रेलवे ट्रैक पर बैठे समर्थक
लुधियाना/रांची/रायपुर। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की फिल्म एक बार फिर विवादों में घिर गई है। दूसरे दिन भी डेरा समर्थकों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। MSG-2 को सिनेमाघरों में दिखाने की मांग को लेकर डेरा समर्थकों ने पंजाब में जगह-जगह विरोध-प्रदर्शन किया। आदिवासियों की भावनाओं को देखते हुए छत्तीसगढ़ और झारखंड में फिल्म के प्रदर्शन पर बैन लगा दिया गया है।
पटरियों पर डेरा समर्थकों का डेरा
18 सितंबर को रिलीज हुई फिल्म MSG-2 को आधिकारिक तौर पर बैन नहीं किया गया है। लेकिन पंजाब में फिल्म को नहीं दिखाने पर बाबा के समर्थक विरोध जता रहे हैं और तुरंत इसे सिनेमाघरों में दिखाने की मांग कर रहे हैं। लुधियाना और आसपास के इलाकों में बाबा के समर्थकों ने जगह जगह रेल मार्ग जाम कर दिया है। दिल्ली से अमृतसर के बीच चलने वाली ट्रेनों पर इसका सीधा असर पड़ रहा है। बाबा राम रहीम के समर्थकों ने रेल की पटरियों पर डेरा डाल दिया है।
छत्तीसगढ़ और झारंखण्ड में फिल्म बैन
इससे पहले ‘एमएसजी : द मैसेंजर ऑफ गाड’ विवादों में घिरी और अब जनजातीय लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचाने के मद्देनजर उनकी फिल्म ‘एमएसजी 2- द मैसेंजर’ पर झारखंड एवं छत्तीसगढ़ में प्रतिबंध लगा दिया गया था।
आदिवासियों के खिलाफ है फिल्म
झारखंड में एक अधिकारी ने कहा कि 18 सितम्बर को प्रदर्शित हुई फिल्म में कुछ असंसदीय टिप्पणियां हैं, जो असंवैधानिक हैं। ये जनजातीय समुदाय के लोगों की भावनाएं आहत करती हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रघुबर दास को फिल्म के बारे में इस तरह की जानकारी मिली, जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों को इस पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए। झारखंड में जनजातीय समुदाय की आबादी लगभग 27 प्रतिशत है और रघुबर दास गैर-जनजातीय समुदाय से राज्य के पहले मुख्यमंत्री हैं।
आदिवासियों का अपमान बर्दाश्त नहीं : सीएम
छत्तीसगढ़ में भी फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाई गई है। जनसंपर्क विभाग के अतिरिक्त निदेशक स्वराज दास का कहना है कि मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि जनजातीय लोगों को किसी भी कीमत पर अपमानित नहीं करने दिया जाएगा। हम उनके सम्मान की रक्षा करेंगे। इसीलिए इस फिल्म का प्रदर्शन नहीं करने दिया जाएगा।