सबको भायी बंगलादेशी ‘लूची’
शिमला. स्थानीय अलख प्रकाश गोयल (एपीजी) शिमला विश्वविद्यालय में पांचवा फूड फेस्ट आयोजित किया गया। इसमें अफगानिस्तान, बंगलादेश, भूटान तथा नेपाल के छात्रों ने अपने-अपने देश के व्यंजनों को तैयार कर प्रदर्शित किया।
कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवलन करके की गई। इस मौके पर एडिशनल एसपी प्रबीर ठाकुर बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहे। इस फूड फेस्ट में इन देशों के बच्चों ने अपने देश की सांस्कृतिक झलक भी प्रस्तुत की। विश्वविद्यालय में होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहे विदेशी छात्रों ने शिमला में अपने-अपने देश की सांस्कृतिक झलक के साथ-साथ उनके लजीज पकवानों को भी परोसा।
विश्वविद्यालय परिसर में चार अलग-अलग देशों की सांस्कृतिक धरोहर के अलावा उनके व्यंजनों का भी लोगों ने खूब लुत्फ उठाया। फूड फेस्ट में बंगलादेशी लूची को काफी पंसद किया गया। इसके अलावा अफगानी व्यंजनों को भी सराहा गया। फूड फेस्ट में शाकाहारी तथा मांसाहारी लोगों की पंसद को ध्यान में रखते हुए व्यंजन तैयार किए गए। छात्रों द्वारा तैयार व्यंजनों ने खूब वाहवाही लूटी।
इसके अलावा नेपाली डांस को भी लोगों ने काफी पसंद किया। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव राजन सहगल, होटल मैनजमेंट के विभागध्यक्ष चेतन मेहता, बिदित चौहान, वैभव, पवन, कमल, नैंसी, गौतम तथा सुमन समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
ये पकवान बने
फूड फेस्ट में नेपाली छात्रों ने बारा, योमरी, सेल रोटी, आलू का आचार और आलू स्टिक बनाई। भूटान के छात्रों ने मोमो (शाकाहारी-मांसाहारी), थेनटुक सूप, लफिंग तथा ईमा डॉशी बनाया। बंगलादेशी छात्रों ने डिम चोप, लूची, चटपटी, झालमुडी और बेगुनी प्रस्तुत की, जबकि अफगानिस्तान के छात्रों ने लांब कवाब, अफगानी नॉन, बोलनी और काबूली पुलाब (शाकाहरी व मांसाहारी) व्यंजन तैयार किए। इन व्यंजनों को तैयार करने वाले छात्र-छात्राएं पिछले तीन दिनों से दिन-रात एक करके लगे हुए थे।