फोन को अपडेट न करने के 5 बड़े नुकसान

स्मार्टफोन आज हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। इस डिवाइस ने कई काम आसान कर दिए हैं। AI की एंट्री ने तो मोबाइल को और भी ज्यादा पावरफुल बना दिया है। वहीं समय समय पर स्मार्टफोन कंपनियां भी नए नए अपडेट जारी कर ऐसे जबरदस्त फीचर्स को रोल आउट करती रहती हैं जिनसे फोन इस्तेमाल करने का मजा डबल हो जाता है, लेकिन आज भी कई यूजर्स ऐसे हैं जो बार-बार आने वाले सॉफ्टवेयर अपडेट्स को नजरअंदाज़ कर देते हैं।
हालांकि ऐसा करना किसी दिन आपके लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर सकता है। वहीं, टेक एक्सपर्ट्स का भी कहना है कि ऐसा करना आपके डिवाइस की परफॉर्मेंस और डेटा दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। आइए जानते हैं डिवाइस को अपडेट न करने के 5 बड़े नुकसान…
बढ़ जाता है सिक्योरिटी रिस्क
स्मार्टफोन कंपनियां हर महीने मंथली सिक्योरिटी पैच जारी करती हैं। इन अपडेट में अक्सर हैकर्स से बचाने के लिए सिक्योरिटी पैच जोड़े जाते हैं। इन्हें इग्नोर करने से आपका डिवाइस साइबर अटैक और डेटा चोरी का आसान शिकार बन सकता है। इसलिए हर महीने अपने डिवाइस को अपडेट जरूर करें।
नहीं मिलेंगे नए फीचर्स
मंथली सिक्योरिटी पैच के साथ साथ स्मार्टफोन कंपनियां हर अपडेट में नए फीचर्स और बेहतर यूजर एक्सपीरियंस भी ऑफर करती हैं। ऐसे में अगर आप अपडेट नहीं करते तो ये फीचर्स आपके फोन तक नहीं पहुंच पाएंगे।
ऐप कम्पैटिबिलिटी में समस्या
फोन को टाइम पर अपडेट न करने पर भी ऐप कम्पैटिबिलिटी में समस्या आ सकती है। ज्यादातर ऐप्स लेटेस्ट OS वर्जन के हिसाब से डिजाइन किए गए होते हैं। ऐसे में पुराने सॉफ्टवेयर पर ऐप्स क्रैश जैसी समस्या भी देखने को मिल सकती है या कभी कभी तो कोई ऐप काम करना भी बंद कर सकता है।
बैटरी और परफॉर्मेंस डाउन होना
वहीं, अगर आप लंबे वक्त तक फोन को अपडेट नहीं करते हैं तो फोन की बैटरी और परफॉर्मेंस डाउन हो सकती है। नया अपडेट फोन की बैटरी और प्रोसेसर को ऑप्टिमाइज करने के लिए भी डिजाइन किया गया हो सकता है। ऐसे में इन्हें स्किप करना बैटरी और फोन को स्लो कर सकता है।
बग्स या डेटा लॉस
ऐसा भी देखा गया है कि पुराने वर्जन में कभी-कभी किसी बग की वजह से फोन हैंग करने लगता है और कभी-कभी डेटा लॉस का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में फोन को वक्त पर अपडेट करना काफी ज्यादा जरूरी हो जाता है। नए अपडेट से न सिर्फ बग्स ठीक हो जाते हैं बल्कि परफॉर्मेंस भी बढ़ जाती है।