पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में शामिल होने वेटिकन सिटी जाएंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु

 राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पोप फ्रांसिस के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए 25-26 अप्रैल को दो दिवसीय यात्रा पर वेटिकन सिटी जाएंगी। विदेश मंत्रालय (MEA) ने गुरुवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी है।

21 अप्रैल को 88 वर्ष की आयु में पोप फ्रांसिस का निधन हो गया था। अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति मुर्मु पोप के अंतिम संस्कार में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी और सरकार और भारत के लोगों की ओर से संवेदना व्यक्त करेंगी।

राष्ट्रपति का पूरा कार्यक्रम

25 अप्रैल को राष्ट्रपति वेटिकन सिटी में सेंट पीटर्स बेसिलिका में दिवंगत पोप को श्रद्धांजलि देंगी। विदेश मंत्रालय के एक संक्षिप्त बयान के अनुसार, वे 26 अप्रैल को वेटिकन सिटी में सेंट पीटर्स स्क्वायर में अंतिम संस्कार में शामिल होंगी, जिसमें कई वैश्विक नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों के शामिल होने की उम्मीद है।

वेटिकन ने गुरुवार को कहा कि कम से कम 130 विदेशी प्रतिनिधिमंडलों ने पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में शामिल होने की पुष्टि की है, जिनमें 50 राष्ट्राध्यक्ष और 10 सम्राट शामिल हैं। जिन राष्ट्राध्यक्षों और राजपरिवारों ने अपनी उपस्थिति की पुष्टि की है उनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटेन के प्रिंस विलियम, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, स्पेन के राजा फेलिप VI और रानी लेटिज़िया और ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा शामिल हैं।

पीएम मोदी ने शोक व्यक्त किया

पोप फ्रांसिस के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया था और कहा था कि भारत के लोगों के प्रति पोप का स्नेह हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा, “पोप फ्रांसिस के निधन से बहुत दुख हुआ है। दुख और स्मरण की इस घड़ी में, वैश्विक कैथोलिक समुदाय के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं।

पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट कर लिखा, पोप फ्रांसिस को दुनिया भर में लाखों लोग हमेशा करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक के रूप में याद रखेंगे। छोटी उम्र से ही उन्होंने प्रभु ईसा मसीह के आदर्शों को साकार करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया। उन्होंने गरीबों और वंचितों की लगन से सेवा की। जो लोग पीड़ित थे, उनके लिए उन्होंने आशा की भावना जगाई।”

प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत के लोगों के प्रति उनका स्नेह हमेशा संजोकर रखा जाएगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।” बता दें, 22 अप्रैल को विदेश और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने शोक पुस्तिका पर हस्ताक्षर करने के लिए नई दिल्ली स्थित अपोस्टोलिक नन्सिएचर का दौरा किया था। इससे पहले भारत ने पोप के निधन पर तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया था।

भारत में 26 अप्रैल को मनाया जाएगा राजकीय शोक
भारत ने गुरुवार को घोषणा की कि 26 अप्रैल को पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार के सम्मान में राजकीय शोक मनाया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान के माध्यम से घोषणा की और आगे बताया कि पूरे भारत में उन सभी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा, जहां इसे नियमित रूप से फहराया जाता है और कोई आधिकारिक मनोरंजन नहीं होगा।

बता दें, पोप फ्रांसिस 13 मार्च, 2013 को पोप बेनेडिक्ट XVI से पदभार ग्रहण करने के बाद रोमन कैथोलिक चर्च का नेतृत्व करने वाले पहले लैटिन अमेरिकी पोप थे।

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