पैरों की शोभा बढ़ाती कशीदे वाली पंजाबी जूती
महिलाएं अक्सर हर ड्रेस के साथ में अलग-अलग तरह की फुटवियर पहनना चाहती हैं और इस बात को लेकर हमेशा असमजंस में रहती हैं कि किस ड्रेस के साथ में कौन से फुटवियर पहने कॉलेज, ऑफिस व पार्टी सब जगह के लिए अलग-अलग स्टाइल के फुटवियर ही पहनना चाहती हैं पर ऐसा हो ये पॉसिबल नहीं होता हैं कि हम हर एक डे्रस के साथ अलग फुटवियर लें इसलिए हमारे पास एक बेस्ट ऑप्शन हैं जिसे आप हर डे्रस के साथ पहन सकती हें और वह हैं जूतियां। चररररर की आवाज करती और पैरों की शोभा बढ़ाती घुंघरूओं से जड़ी जूतियां, दोनों का अपना अलग ही अंदाज रहा है । वहीं पंजाब के आम आदमी के पैरों पर चढ़ी बिना कशीदे की सादी जूतियां हों या किसी बड़े घर की पंजाबन के पैरों में इठलाती कशीदे से संवरी जूतियां । इनका फैशन कभी आऊट नहीं होता । बात यदि जूतियों की चले तो सबसे पहले दिमाग में राजस्थानी मोजड़ी या पंजाबी जूती ही ध्यान में आती हैं, जो सामान्य तौर पर एक ही तरह के फुटवियर हैं ।
– राजस्थान के रौबीले रजवाड़ों के पैर में सजी चररररर की आवाज करती जूतियां और रानियों के पैरों की शोभा बढ़ाती घुंघरूओं से जड़ी जूतियां, दोनों का अपना अलग ही अंदाज रहा है । वहीं पंजाब के आम आदमी के पैरों पर चढ़ी बिना कशीदे की सादी जूतियां हों या किसी बड़े घर की पंजाबन के पैरों में इठलाती कशीदे से संवरी जूतियां। ये इनका फैशन में कभी आऊट नहीं हुईं । इन जूतियों की खासियत यह है कि इन्हें साड़ी, लहंगाए सलवार-चूड़ीदार, स्कर्ट, जींस, लैगिंग्स एवं कुर्ता-पायजामा तक के साथ पहना जा सकता है और हर तरह के परिधान के साथ इनका जादू सिर चढ़ कर बोलता है।
– सामान्य तौर पर जूतियां चमड़े से बनाई जाती रही हैं और आज भी कहीं-कहीं मूल रूप में ये नर्म चमड़े से ही बनाई जाती हैं। इसका सोल बनाने के लिए कडक़ चमड़े का प्रयोग होता है, परंतु अब पशुओं की कमी एवं लोगों की बढ़ती मांग के कारण ये सिंथैटिक मैटीरियल से भी बनने लगी हैं । हालांकि मुख्य तौर पर ये पारंपरिक परिधानों के साथ ही मैच की जाती हैं । इन में भी आप लैदर के अलावा पॉली सिल्क, कपड़े और रैग्जीन से बनी जूतियां विकल्प के तौर पर ले सकती हैं ।
पंजाब में बनने वाली ऐसी जूतियों में कुछ पैटर्न होते हैं । इन में से सिंपल बिना कशीदे वाली बिना रंग की जूतियां सभी वर्गों के लिए होती हैं और आम आदमी इन्हें ही खरीदता है । इसके अलावा एक फूल वाली जूतियां भी सामान्य होती हैं, जब कि खास तौर पर सुंदर कशीदाकारी का शौक रखने वाली महिलाएं ढेर सारी कशीदाकारी से सजी जूतियां पहनना पसंद करती हैं, जिनके दाम भी ज्यादा होते हैं । इसके अलावा ढेर सारे गोल्डन-सिल्वर धागे से मुख्य तौर पर पुरुषों के लिए बनाई जाने वाली जूतियों को टीला वर्क वाली जूती कहते हैं । इन जूतियों के पंजों पर मूंछों की तरह का मुड़ा हुआ बल दिया जाता है।
इनकी कई विशेषताएं होती हैं । ये पैरों पर पूरी तरह फिट हो जाती हैं, जैसे आपकी चमड़ी से ही जुड़ी हों । इन्हें पहनते समय दाएं-बाएं पैर को पहचानने का चक्कर नहीं होता, आप किसी भी जूती को किसी भी पैर में पहन सकती हैं। सबसे खास बात यह है कि पंजाबी जूतियों को बिना एक भी कील का इस्तेमाल किए केवल धागे से सिल कर बनाया जाता है, जिस से ये काफी मजबूत होती हैं
* फ्लोरल प्रिंट जुती
फ्लोरल प्रिंट जुती को आप डेनिम जीन्स के साथ में कैरी कर सकती हैं और यह आपको एक सिंपल और कैजुअल लुक देंगी।
* गोल्डन ऑर्नेट जूती
गोल्डन ऑर्नेट जूती एक रिच लुक की जुती है उसे आप लहंगे या फिर साड़ी के साथ कैरी कर सकती हैं।
मिरर वर्क जुती सिंपल सूट के साथ मेंं आप मिरर वर्क जुती कैरी सकती हैं।
* सिल्वर वर्क जूती
सिल्वर वर्क जूती ये वो जूती हैं जो आपको बहुत ही स्टाइली लुक देगी इस जूती पर सिल्वर बीड्स के साथ वर्क भी किया जाता है।
* एम्ब्रायडरी जूती
एम्ब्रायडरी जूती को आप अनारकली या सूट के साथ में कैरी कर सकते हैं इस जुती पर एम्ब्रायडरी के साथ सफेद मोती लगाकर इस जूती को और भी सुंदर बनाया जा सकता हैं।