पुणे में इंद्रायणी नदी पर बना पुल कैसे टूटा? सुरक्षा की अनदेखी या कुछ और वजह

महाराष्ट्र में पुणे के निकट इंद्रायणी नदी के ऊपर बना एक लोहे का पुल अचानक टूट जाने से चार व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है। नदी में बहे 38 लोगों को बचा लिया गया है। कुछ लोगों के अभी भी पुल के नीचे दबे होने की आशंका है। इस दुर्घटना के बाद महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के सभी पुराने एवं जर्जर पुलों के स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने का फैसला किया है।

दुर्घटना रविवार शाम करीब 3.30 बजे हुई, जब पुणे के निकट इंद्रायणी नदी के ऊपर बना लोहे का एक छोटा पुल अचानक टूट गया। दुर्घटना के समय पुल पर आ-जा रहे करीब 50 लोग तेज धार के साथ बहती नदी में जा गिरे। कुछ लोग गिरे हुए पुल के नीचे भी दब गए।

छह की स्थिति गंभीर
पुल गिरने के बाद नदी में गिरे लोगों में से 38 लोगों के स्थानीय लोगों एवं एनडीआरएफ की टीम ने नदी से बाहर निकाल लिया है। कुछ लोग अपने आप ही तैर कर नदी से बाहर आ गए थे। घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है, जिनमें से छह की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।

30 साल पुराना था पुल
आपदा राहत कार्य मंत्री गिरीश महाजन के अनुसार, करीब पांच फुट चौड़ा लोहे का पुल 30 साल पुराना था। जंग लगने के कारण वह काफी जर्जर हो चुका था।

उस पर दोपहिया वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित था। इसके बावजूद स्थानीय लोग स्कूटर-मोटरसाइकिल से पुल पार करते थे।

पुल के पास ही एक मंदिर है और बरसात में नदी का बहाव बढ़ने के कारण यहां का दृश्य मनोरम हो उठता है। इस स्थान को कुंडमाला पर्यटन स्थल के नाम से जाना जाता है।

क्यों टूट गया पुल
रविवार होने के कारण आसपास के काफी पर्यटक इस स्थल पर नदी के किनारे जमा हो गए थे। नीचे बहती इंद्रायणी नदी की तेज धार देखने के लिए पुल की क्षमता से अधिक लोग पुल पर जाकर खड़े हो गए थे। तभी अचानक पुल बीच से टूट गया, और पुल पर खड़े लोग नदी में गिर गए।

नदी पथरीली होने के कारण उसमें बह रहे कई लोग आसपास पत्थरों से टकराकर घायल हो गए थे। जिलाधिकारी जीतेंद्र डूडी के अनुसार, टूटे हुए पुल को क्रेन की मदद से ऊपर उठाने का प्रयास चल रहा है। क्योंकि अभी भी कुछ लोगों के टूटे पुल के नीचे दबे होने की आंशका है।

मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के अनुसार दुर्घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना होने के बाद उनसे बात कर हालाता का जायजा लिया है। राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है। फडणवीस ने बताया कि सरकार ने राज्य के सभी पुराने पुलों के स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने का फैसला भी किया है।

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