पाक-अफगान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच खाड़ी देशों में मची खलबली

पाकिस्तान और अफगानिस्तान सीमा पर तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक के जवाब में अफगान सेना ने सीमा चौकियों पर हमला किया, जिससे संघर्ष कुनर और हेलमंद प्रांतों तक फैल गया। अफगानिस्तान ने 12 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत का दावा किया है। भारत और खाड़ी देशों सहित कई अंतरराष्ट्रीय पक्षों ने शांति की अपील की है।

पाकिस्तान और अफगानिस्तान सीमा पर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। तालीबान के नेतृत्व वाली अफगानिस्तान की सेना ने पाकिस्तान सीमा पर बनी कई चौकियों पर धावा बोल दिया है। वहीं, भारत समेत कई देशों ने सीमा पर शांति बनाए रखने की अपील की है।

पाकिस्तान ने काबुल पर एयर स्ट्राइक कर दी थी, जिसके जवाब में अफगानी सेना ने भी पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। यह लड़ाई कुनर और हेलमंद प्रांत तक फैल गई है। अफगानिस्तान की सेना ने दुरंड रेखा (अफगान-पाक सीमा) को पार करके कई चौकियां अपने कब्जे में ले ली हैं।

अफगानिस्तान ने क्या कहा?

अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने सीमा पर चल रहे तनाव की जानकारी देते हुए 12 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत का दावा किया है। अफगान रक्षा मंत्रालय के अनुसार,

तालिबान सेना ने दुरंड केखा के पार कुनर और हेलमंद प्रांतों में पाकिस्तानी सेना की कई चौकियों पर कब्जा कर लिया है। इस संघर्ष में कम से कम 12 पाक सैनिक मारे गए और कई घायल हैं।

खाड़ी देशों ने दी प्रतिक्रिया

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बढ़े तनाव के कारण खाड़ी देश भी टेंशन में हैं। इजरायल और हमास के युद्ध के बीच एक और तनाव पूरे क्षेत्र में अस्थिरत की वजह बन सकता है। ईरान के राजनयिक अब्बास अराघची ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।

सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा, “राज्य संयम बरतने के साथ-साथ तनाव कम करने पर बात करें। इससे शांति और स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा।” कतर के विदेश मंत्राय ने अपने बयान में कहा, “दोनों देशों को कूटनीतिक बातचीत को महत्व देना चाहिए।”

भारत ने पाक को दिया करारा जवाब

पाकिस्तान ने भारत पर अफगानिस्तान का समर्थन करने का आरोप लगाया है। भारत ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “हम अफगानिस्तान के घरेलू मामलों में हस्तक्षेप नहीं करते हैं।”

अफगानिस्तान पर हमले के पीछे की वजह बताते हुए पाकिस्तानी सेना ने कहा, “पाकिस्तान के खिलाफ अफगानिस्तान में कई बेस बनाए जा रहे हैं, जिसके सबूत भी मिले हैं। हमने जान-माल की रक्षा के लिए यह जरूरी कदम उठाया है।”

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