पांच जुलाई से फिर भारी बारिश का अलर्ट, बरसात से पंजाब में पारा सामान्य से नीचे आया

पंजाब में बुधवार से तीन दिन कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पांच जुलाई से मौसम के मिजाज दोबारा बिगड़ेंगे और तीन दिन पंजाब में कईं जगहों पर भारी से बेहद भारी बारिश की भविष्वाणी की गई है। इससे आने वाले दिनों में पंजाब के तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है।

मंगलवार को पंजाब में कुछ जगहों पर बारिश के कारण तापमान में 1.5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इससे अब यह सामान्य से 5.4 डिग्री नीचे गिर गया है। सबसे अधिक 35.2 डिग्री का पारा बठिंडा का दर्ज किया गया। पंजाब के न्यूनतम तापमान में 0.1 डिग्री की मामूली वृद्धि दर्ज की गई है। यह सामान्य के पास बना हुआ है।

सबसे कम 23.6 डिग्री का न्यूनतम पारा एसबीएस नगर का दर्ज किया गया। अमृतसर, लुधियाना व पटियाला का न्यूनतम पारा सामान्य के नीचे दर्ज किया गया। लुधियाना में 18.4 एमएम, पटियाला में 33.0 एमएम, एसबीएस नगर में 21.4 एमएम, गुरदासपुर में 19.2 एमएम, होशियारपुर में 13.5 एमएम, रूपनगर में 1.5 एमएम की बारिश मुख्य तौर पर दर्ज की गई।

अमृतसर का अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री, लुधियाना का 28.6 डिग्री, पटियाला का 30.0 डिग्री पठानकोट का 29.1 डिग्री, फिरोजपुर का 31.9 डिग्री और जालंधर का 28.3 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं अमृतसर का न्यूनतम पारा 24.6 डिग्री दर्ज किया गया। लुधियाना का 24.4 डिग्री, पटियाला का 25.1 डिग्री, पठानकोट का भी 26.0 डिग्री, बठिंडा का 26.6, फरीदकोट का 28.0 डिग्री और जालंधर का 23.7 डिग्री दर्ज किया गया।

जून में छह साल के बाद ज्यादा बारिश
पंजाब में जून महीने में छह साल के बाद सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक इस बार जून महीने में पंजाब में 54.5 एमएम की सामान्य बारिश के मुकाबले 69.7 एमएम की बारिश दर्ज की गई है। यह सामान्य की तुलना में 28 फीसदी ज्यादा बारिश है।

इस दौरान मुख्य रूप से फरीदकोट में सामान्य के मुकाबले 103 फीसदी ज्यादा, तरनतारन में 159 फीसदी, लुधियाना में 122, फिरोजपुर में 83, बरनाला में 72 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है। अगर पिछले छह साल को देखें, तो साल 2019 में सामान्य के मुकाबले जून महीने में 46 फीसदी कम बारिश हुई थी। साल 2020 में 9 फीसदी कम, 2021 में 1 फीसदी कम, 2022 में 28 फीसदी कम, 2023 में 21 फीसदी अधिक, 2024 में 46 फीसदी कम बारिश हुई थी।

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