पहले दिन होटल जेसीबी से नहीं टूट सका जिसके बाद पोकलैंड मशीन ने होटल को ढहाने की मुहिम की शुरू

हाई कोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण के खिलाफ चल रहा अभियान सोमवार को चौथे दिन भी जारी रहा। आठ वर्षों से पूरे जिले में चर्चा का विषय बने रहे पथिक इन होटल का अधिकांश हिस्सा गिरा दिया गया। पहले दिन होटल जेसीबी से नहीं टूट सका, जिसके बाद पोकलैंड मशीन ने होटल को ढहाने की मुहिम शुरू की। 
अभियान के चौथे दिन होटल का 75 फीसदी हिस्सा टूट कर जमींदोज हो गया। अभियान के दौरान पोकलैंड मशीन खराब हुई तो सोमवार को दूसरी मशीन मंगाई गई। दोपहर से होटल तोड़ने का कार्य शुरू हुआ जो शाम तक चला। बताया जा रहा है कि 75 फीसदी से अधिक हिस्सा तोड़ दिया गया है। अब मंगलवार तक होटल पूरी तरह ढह जाएगा। इसके अलावा अब तक करीब 86 मकानों और दुकानों को धराशाई किया जा चुका है। अभी दूसरी तरफ के अवैध कब्जे को भी हटाना है। फोरलेन की राह में बाधा बन रहे अतिक्रमण को लेकर लंबी लड़ाई के बाद आखिरकार सात जून से प्रशासन ने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया।

अन्य दुकानों को भी जेसीबी व पालिका के कर्मियों को लगाकर गिराया जा रहा है। अभियान की अगुवाई सिटी मजिस्ट्रेट राकेश सिंह व सीओ सिटी महावीर सिंह ने की। बीते 30 सालों से सड़क के दोनों तरफ के अवैध कब्जों को हटाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। 113 से अधिक मकानों और दुकानों को हटाए जाने का कार्य आगे तो बढ़ा है लेकिन अभी पूरी तरह से कब्जे नहीं हटाए जा सके हैं।
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