पटना के जिस मैदान से मोदी ने जनता को संबोधित किया था, उसी ने बनाया था PM

वर्ष 2014 में जब नरेंद्र मोदी को भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जा चुका था, वे पटना के गांधी मैदान में एक सभा को संबोधित करने वाले थे। उसी दौरान बिहार में बम विस्फोट की घटनाएं घटीं। सुरक्षा एजेंसियों ने नरेंद्र मोदी को तब रैली करने से रोका, लेकिन उन्होंने कहा कि वे एक धमाके से बिहार की उस जनता तक पहुंचना नहीं छोड़ सकते जो उन्हें देखने के लिए लंबी दूरी तय कर पटना आ चुके हैं। नरेंद्र मोदी ने उस दिन पटना के गांधी मैदान में जिस तरह जनता को संबोधित किया था, उसने भाजपा की शानदार जीत की पटकथा लिख दी। भाजपा को बिहार में 40 सीटों में से 22 सीटों पर जीत हासिल हुई।

बदल चुके हैं समीकरण
अब लोकसभा चुनाव 2019 से ठीक पूर्व पीएम नरेंद्र मोदी रविवार को एक बार फिर पटना के गांधी मैदान में होंगे। वे एनडीए की संकल्प रैली को संबोधित करेंगे। उनके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लोकजनशक्ति पार्टी के रामविलास पासवान भी होंगे। लेकिन अब बदले माहौल में बिहार की जनता एनडीए पर कितना भरोसा जताती है, यह देखने वाली बात होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि साल 2014 की बड़ी जीत के ठीक साल भर बाद 2015 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था। मोदी के करिश्मे के होते हुए भी भाजपा को 2010 विधानसभा की तुलना में 38 सीटें कम यानी केवल 53 सीटें मिलीं।
यह आश्चर्यजनक बदलाव आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव के दिमाग की देन बताई गई थी जिन्होंने जातिगत समीकरणों के गठबंधन से अजेय बन चुके मोदी के आभामंडल को कुंद कर दिया। लेकिन अब आरजेडी और कांग्रेस का संभावित महागठबंधन एनडीए को कितनी सीटों पर रोक पाएगा, इस पर सबकी नजर है। इस बार उनके महागठबंधन के सामने दिल्ली और पटना के सत्ता के केंद्रों का महागठबंधन उनके सामने है और आरजेडी के करिश्माई नेता लालू प्रसाद यादव जेल में हैं।
‘विकास बनाम भ्रष्टाचार का विकल्प सामने है’
भाजपा युवा मोर्चा, बिहार के प्रदेश महामंत्री कुमार राघवेंद्र ने अमर उजाला से कहा कि आरजेडी और कांग्रेस का महागठबंधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम करने की शक्ति का कोई जवाब पेश नहीं कर पाया है। प्रधानमंत्री ने इसी मैदान की एक रैली से बिहार को सवा लाख करोड़ रुपये की मदद करने की बात कही थी, लेकिन बीते चार सालों के बीच उन्होंने इसका लगभग नौ गुना बिहार की जनता को समर्पित कर दिया है। इसलिए वह जाति के ऊपर विकास को वोट करेगी।
क्या नेताओं के गठबंधन से कार्यकर्ताओं के बीच भी गठबंधन हो जाएगा, इस सवाल पर बिहार भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुमित श्रीवास्तव कहते हैं कि इस रैली में एक झंडा भाजपा का होगा तो दूसरा लोजपा का, इसके आगे जेडी(यू) का। गठबंधन के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ जनता को भी यह संदेश देने की कोशिश होगी कि यह गठबंधन विकास का है, जबकि विपक्ष के पास भ्रष्ट लोगों का खुद को बचाने का गठबंधन है। सुमित श्रीवास्तव के मुताबिक बिहार की जनता ऐसे मौके पर विकास को ही चुनेगी।
बिहार भाजपा कार्यकारिणी सदस्य अलका सिंह ने कहा, जनता में इस बात का पूरा विश्वास है कि अगर आतंक से देश को कोई बचा सकता है तो वह नरेंद्र मोदी हैं। और वह किसी भी तरह उनके हाथ को कमजोर नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि जनता को मालूम है कि अगर कश्मीर जैसी समस्या का स्थाई समाधान उसे चाहिए तो उसके पास नरेंद्र मोदी के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है।
आरजेडी ने कहा, बूथ नहीं देश मजबूत करें पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रविवार को होने वाली संकल्प रैली पर टिप्पणी करते हुए राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज कुमार झा ने कहा कि देश ने पहला ऐसा पीएम देखा है जो उस समय भी बूथ मजबूत करने की बात कर रहा हो जब देश का जवान अभिनंदन दुश्मनों के कब्जे में हो। उन्होंने कहा कि दल से आगे देश का नारा देने वालों की सच्चाई जनता के सामने आ गई है। इसलिए 2019 के चुनाव में जनता बता देगी कि वह किसे पसंद करती है।





