पंजाब में कैसे टूटेगा नशे का जाल: स्पा सेंटर बन रहे तस्करों का नया अड्डा

नॉर्थ ईस्ट राज्यों नेपाल, मणिपुर, मिजोरम व अन्य छोटे गांवों से यहां की लड़कियों को बहला-फुसला कर और उनकी आर्थिक स्थिति का फायदा उठाकर काम दिलाने के नाम पर स्पा सेंटर में रखा जाता है। इसके बाद स्पा सेंटरों के देह व्यापार के साथ ड्रग्स की बिक्री भी होती है।

पंजाब के स्पा सेंटर नशा तस्करों का नया अड्डा बन गए हैं। राज्य में ड्रग्स तस्करी के नेटवर्क को ऑपरेट कर रहे तस्करों की धरपकड़ और उनके नेटवर्क की जब तह तक जांच की गई तो उसमें स्पा सेंटरों का नारकोटिक्स रोल सामने आया है।

एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) की ओर से युद्ध नशे के विरुद्ध के तहत सरकार के साथ साझा की एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। एएनटीएफ के एडीजीपी निलाभ किशोर ने बताया कि स्पा सेंटरों की आड़ में नशा तस्कर ड्रग्स की नई सप्लाई चेन तैयार कर रहे हैं। पंजाब के कुछ जिलों में जैसे अमृतसर,जालंधर, मोहाली, पटियाला व अन्य में स्थित स्पा सेंटरों को नशा तस्कर अपने गिरोह के साथ जोड़ रहे हैं।

स्पा सेंटरों में देह व्यापार के साथ नशा का काला कारोबार
एएनटीएफ के मुताबिक स्पा सेंटर में देह व्यापार की आड़ में नशे का काला कारोबार भी किया जा रहा है। पुलिस इन स्पा सेंटरों पर भी नजर टिका कर बैठी है।

एएनटीएफ के अधिकारियों के अनुसार तो नशा तस्कर इन स्पा सेंटरों को ड्रग्स के सेल पॉइंट यानी बिक्री केंद्र के रूप में अपने नेटवर्क में इस्तेमाल करते हैं। नशा तस्कर इन स्पा सेंटर में काम करने वाली लड़कियों के जरिये नशे के ग्राहकों को छोटी मात्रा में ड्रग्स की सप्लाई करते हैं।

स्पा सेंटरों की निगरानी बढ़ाई गई
एडीजीपी निलाभ किशाेर ने बताया कि सरकार के युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान के तहत एएनटीएफ ने और सभी जिला पुलिस को उनके अधिकार क्षेत्र में स्पा सेंटरों की चेकिंग के निर्देश दिए गए हैं। स्पा सेंटरों में ड्रग्स की सप्लाई चेन को खंगाला जा रहा है। कई स्पा सेंटरों से पुलिस ने ड्रग्स भी बरामद की है, हालांकि अब तक इन सेंटरों से कोई बड़ा ड्रग्स का कार्टल या खेप बरामद नहीं हुई है, लेकिन छोटी-छोटी मात्रा में पुड़ियों के जरिये इन स्पा सेंटर में बिकी वाली ड्रग्स और आसानी से ड्रग्स की सप्लाई चेन तैयार करने वाले तस्करों की निगरानी बढ़ा दी गई है।

उत्तर-पूर्वी राज्यों की लड़कियों को तस्करों ने नेटवर्क के साथ जोड़ा
स्पा सेंटरों में काम करने वाली उत्तर-पूर्वी राज्यों की लड़कियों को ड्रग्स के धंधे के नेटवर्क में भी जोड़ा जा रहा है। ये लड़कियां स्पा सेंटर में आने वाले युवाओं को ड्रग्स के जाल में फंसाने और नए ग्राहकों को भी जोड़ने का काम करती है। एएनटीएफ ने जब कुछ मामलों की जांच की तो उसमें सामने आया कि स्पा सेंटर में काम करने वाली इन उत्तर-पूर्वी राज्यों की लड़कियों के कई जगहों पर रिकॉर्ड तक नहीं रखे जाते, ताकि वे आसानी से पुलिस के शिकंजे से बच सकें।

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