पंजाब के स्टूडेंट के लिए गुड न्यूज…

पंजाब के छात्रों को लिए खुशी भरी खबर सामने आई है। दरअसल पंजाब विधानसभा में 2 यूनिवर्सिटियों को मंजूरी मिल गई है। विधानसभा में शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैन्स ने 2 नई यूनिवर्सिटियों के बिल पेश करते हुए कहा है कि अगर ये दोनों यूनिवर्सिटियां खुलती हैं तो छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ व्यवसाय करने के भी नए अवसर मिलेंगे। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार का मुख्य एजेंडा शिक्षा है। पहली बार 2022 में किसी सरकार ने शिक्षा के एजेंडे पर वोट मांगे थे। मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की जनता के बीच जाकर शिक्षा के महत्व को समझाने की कोशिशों की भी सराहना की।
शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि पंजाब सरकार जल्द ही अजनाला, बरनाला, कीरतपुर साहिब समेत कई इलाकों में नए सरकारी कॉलेज खोलने जा रही है। उन्होंने बताया कि अब विदेशों से भी छात्र पंजाब पढ़ाई के लिए आ रहे हैं। साथ ही सरकारी स्कूलों में बच्चों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है ताकि उन्हें बेहतर अवसर मिल सकें। 2022 तक पंजाब में ब्रेन ड्रेन एक गंभीर समस्या थी। योग्य बच्चे विदेशों की ओर जाते थे, जबकि जरूरतमंद छात्रों के लिए मिलने वाली छात्रवृत्तियां पिछली सरकारों ने खत्म कर दी थीं। आम आदमी पार्टी की सरकार ने स्थिति सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।
उन्होंने बताया कि अब सभी एससी बच्चों को समय पर छात्रवृत्ति मिल रही है और सभी यूनिवर्सिटियों को भी समय पर अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि कोई भी गेस्ट फैकल्टी अपनी नौकरी नहीं खोएगा। सरकार ने नए ऐसे कोर्स भी शुरू किए हैं जिनकी बाजार में अच्छी मांग है, ताकि युवाओं को बेहतर रोजगार के अवसर मिल सकें।
कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा का जवाब
दो नई यूनिवर्सिटियों के मुद्दे पर कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब में 2 नई यूनिवर्सिटियों के मंजूर होने के बाद विश्वविद्यालयों की संख्या 17 से बढ़कर 19 हो जाएगी। उन्होंने सरकार को इस कदम के लिए बधाई दी और कहा कि इससे सरकार पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा। लेकिन उन्होंने सरकार से जालंधर में प्रस्तावित स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा। याद दिलाया कि जालंधर जिला चुनाव के दौरान AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी खोलने का वादा किया था। सरकार की वर्तमान स्थिति क्या है, जबकि केजरीवाल ने खुद कहा था कि वे इसके पक्ष में हैं।