नैनीताल में तांडव: वाहन गिराए… घरों के तोड़े शीशे, उपद्रवियों के हवाले रहीं प्रमुख सड़कें

नैनीताल में बालिका से बुजुर्ग के दुष्कर्म का मामला सामने आने के बाद लोगों का गुस्सा ऐसा फूटा कि लोग सड़क पर ही बदला लेने के लिए आमादा हो गए। पिछले कुछ समय से तमाम कारणों से गुस्साए लोगों में पहलगाम की आतंकी घटना के बाद जबर्दस्त गुस्सा भरा हुआ था। इसलिए भीड़ ने उपद्रव के दौरान पाकिस्तान मुर्दाबाद के भी नारे लगाए। बच्ची से दुष्कर्म की घटना की जानकारी पुलिस को देर शाम हुई। पुलिस करीब साढ़े आठ बजे बच्ची को मेडिकल परीक्षण के लिए ले गई तो लोगों को इसकी भनक लगी। धीरे-धीरे भीड़ कोतवाली पहुंचने लगी। नौ बजे तक बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए।
धार्मिक स्थल पर किया पथराव
ज्यों-ज्यों रात बढ़ने लगी, मामला और गर्म होने लगा। भीड़ धीरे-धीरे अराजक होती गई और बाजार में हर तरफ तोड़फोड़ दिखने लगी। दूसरे समुदाय के धार्मिक स्थल के सामने भीड़ ने नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान लोग पहलगाम की घटना को लेकर भी नारेबाजी करने लगे। कहा कि अराजकतत्त्व उनके शहर की फिजा खराब कर रहे हैं। धार्मिक स्थल पर पथराव भी किया गया।
वाहन गिराए, घरों के तोड़े शीशे
उग्र भीड़ ने गाड़ी पड़ाव बाजार में खड़े वाहन गिरा दिए। वहां दुकानों के आगे रखे सामान को भी इधर-उधर फेंक दिया। साथ ही कई घरों पर ईंट पत्थर फेंके। इस दौरान कई घरों के शीशे टूट गए। तब पुलिस ने वहां से अराजकता फैला रहे लोगों को खदेड़ा।
500 मीटर तक फैलाते रहे अराजकता
उग्र भीड़ ने 500 मीटर तक अराजकता फैलाई। कोतवाली और गाड़ी पड़ाव तक कई बार उग्र लोग आते-जाते रहे और पत्थर चलाते रहे। पुलिस एक जगह से भीड़ को हटाती तो लोग दूसरी ओर एकत्र हो जा रहे थे।
दहशत में आ गए लोग
गाड़ी पड़ाव में मकानों पर पथराव के बाद लोग दहशत में आ गए। वहां रहने वाले परिवार खिड़की से ऐसा न करने की गुहार लगाते रहे। पुलिस पहुंची तो भीड़ यहां से भागी।
तीन घंटे बाद शांत हुआ मामला
मल्लीताल में सांप्रदायिक विवाद के चलते तीन घंटे शहर की प्रमुख सड़कें उपद्रवियों के हवाले रहीं। पुलिस की ओर से काफी प्रयास के बाद गुस्साए लोग शांत हुए। एडीएम फिंचा राम चौहान, संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल, एसपी डॉ. जगदीश चन्द्र, सीओ प्रमोद साह की ओर से लोगों से वार्ता कर उनसे शांत रहने की अपील की। उसके बाद लोग अपने घर चले गए। तब जाकर पुलिस ने राहत की सांस ली। हालांकि बृहस्पतिवार का दिन भी पुलिस के लिए चुनौती भरा है।
जानिए कब क्या हुआ
07:30 बजे
बालिका को लेकर परिजन कोतवाली पहुंचे और पुलिस को घटना बताई।
08:05 बजे
बच्ची के साथ छेड़छाड़ की सूचना पूरे शहर में फैल गई।
09:30 बजे
लोगों की कोतवाली में भीड़ जमा हुई और फिर तोड़फोड शुरु हो गई।
10:30 बजे
आक्रोशित लोगों ने शहर में जुलूस निकला और दोबारा तोड़फोड़ हुई।
12:05 बजे
पुलिस ने पथराव कर रहे लोगों पर लाठियां भाजी और तितर बितर किया।
12:30 बजे
मामला शांत हुआ और गुस्साए लोगों ने घर जाना शुरू किया ।
02:00 बजे
शांति बनाने के लिए पुलिस शहर में गश्त करती रही।
कारोबारी आशंकित, पर्यटन पर पड़ सकता है प्रभाव
नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना के बाद बुधवार को नैनीताल में हुए भारी बवाल के बाद कुछ संगठनों ने आज भी बड़े प्रदर्शन का आह्वान किया है। बुधवार के तनाव का असर यहां पर्यटक सीजन पर भी पड़ने की संभावना है। पहलगाम की घटना के बाद हाल में मसूरी में भी तनाव की स्थिति देखने में आई थी अब नैनीताल में भी तनाव उपजने के बाद पर्यटकों के मन में कभी किसी अनहोनी की भावना बढ़ने की पूरी संभावना है।
बीते दिनों नैनीताल में पार्किंग समस्या, पर्यटकों को नैनीताल में प्रवेश से रोके जाने आदि के समाचारों के बाद यहां पर्यटकों की संख्या में बहुत कमी आई है और दो वीकेंड बहुत सूने गए हैं। अब इस घटना के बाद पर्यटक माहौल के शांत होने की प्रतीक्षा अवश्य करेंगे और तब तक सीजन पर विपरीत प्रभाव पड़ने की पूरी संभावना है।
कुछ पर्यटन व्यवसायियों ने बताया कि आज जब बहुत देर तक नारेबाजी की गूंज शहर में सुनाई दे रही थी तब भी पर्यटकों के मन में आशंका थी और वे सुबह जल्द ही शहर छोड़ने के बारे में जानकारी ले रहे थे। इससे पूरी संभावना है कि पर्यटक कुछ समय इधर का रुख करने से परहेज कर सकते हैं।