नागराज को पूजने के लिए तैयार लोग, मंदिर में प्रसाद के रूप में चढ़ाए जाते हैं सोने के बने सांप के बिल

जयपुर। केरल का सुप्रसिद्ध मन्नारसाला श्री नागराज मन्दिर नागों के देवता नागराज को समर्पित है। हर साल यहां सितंबर-अक्टूबर में मेला भरता है। घने जंगलों के बीच बने इस मंदिर तक पहुंचने वाली राह भी नागराज के चित्रों से भरी हुई है।
दुनियाभर में सबसे ज्यादा पूजे जाने वाले मन्दिरों में से एक है यह। कई रोचक किस्से और कथाएं जुड़ी हैं इस मंदिर से।
किवदन्ती के अनुसार परशुराम का आशीर्वाद मिला हुआ है इस मंदिर को।
माना जाता है कि यहां पूजा करने से स्त्रियां गर्भवती होती हैं।
भगवान नागराज को प्रसन्न करने के लिए कई रीतियों और अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है।
प्रसाद के रूप में सोने के बने सांप के बिल, गहने, विभिन्न प्रकार के बर्तन, दूध, फल और हल्दी आदि चढ़ाई जाती है।