नए डीएम अविनाश सिंह शुक्रवार को संभालेंगे जिले की कमान, सामने होंगी ये प्रमुख चुनौतियां

सीएम डैशबोर्ड की रैंकिंग में बेहतर प्रदर्शन कर प्रदेश में अंबेडकर नगर की अलग पहचान बनाने वाले डीएम अविनाश सिंह शुक्रवार को बरेली जिले की कमान संभालेंगे। बृहस्पतिवार देर रात बरेली पहुंचने की उम्मीद है। उनके सामने औद्योगिक निवेश को धरातल पर उतारने सहित कई चुनौतियां होंगी।
आईएएस अविनाश सिंह ने अमर उजाला से फोन पर बातचीत में बताया कि बुधवार को अंबेडकर नगर में डीएम पद से रिलीव होंगे। बृहस्पतिवार को अंबेडकर नगर में ही आयोजित नेशनल हैंडबॉल चैंपियनशिप संपन्न कराकर शाम को बरेली के लिए रवाना हो जाएंगे। कहा कि कानून व्यवस्था का पालन कराना और शासकीय योजनाओं को लागू कराना प्राथमिकता रहेगी।
अंबेडकर नगर की तरह बरेली में भी शिकायतों का तेजी से समाधान, सीएम डैशबोर्ड पर बेहर रैंक के लिए विकास कार्यों को गुणवत्तापूर्ण और निर्धारित समय सीमा में पूरा कराना प्राथमिकता में रहेगा। अगर लापरवाही मिलेगी तो जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश हैं कि अधिकारी सप्ताह में तीन दिन फील्ड विजिट करें। जिसका अनुपालन हर हाल में कराया जाएगा। ताकि जनता में सरकारी कार्यप्रणााली, विभागों और अधिकारियों की सकारात्मक छवि रहे।
नवागत डीएम के सामने होंगी ये प्रमुख चुनौतियां
औद्योगिक निवेश को धरातल पर उतारना।
कानून व्यवस्था को बनाए रखना।
गोशाला संचालन, सीएम युवा उद्यमी व अन्य योजनाओं का क्रियान्वयन।
गन्ना बकाया का भुगतान, छुट्टा पशुओं का नियंत्रण।
सरकारी अस्पतालों में बेहतर इलाज सुविधाएं।
निवेशकों को बरेली में आने के लिए किया आकर्षित
तीन अक्तूबर 2023 को डीएम का चार्ज संभालने के बाद 2011 बैच के आईएसएस अधिकारी रविंद्र कुमार ने जहां उद्योगों में निवेश को आकर्षित करने को प्राथमिकता दी। 15 सरकारी स्कूलों में एस्ट्रोनॉमी लैब बनाने के साथ सभी स्कूलों में स्मार्ट क्लास तैयार कराना भी सुनिश्चित कराया।
निवर्तमान डीएम रविंद्र कुमार का कहना है कि बरेली जैसे जिले में उद्योगों के निवेश जुटाना और शांति बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती थी। पूरे प्रदेश में बरेली के अन्नपूर्णा सेंटर मॉडल बनकर सामने आए। सर्वांगीण विकास में बरेली जनपद को शीर्ष-10 में शामिल किया गया। इसके लिए पिछले दिनों हमें पीएम अवार्ड के लिए भी चयनित किया गया।