धौलपुर: अवैध बजरी पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, 5 हजार ट्रॉली स्टॉक नष्ट

इस कार्रवाई को अवैध खनन पर रोक लगाने की दिशा में प्रशासन की सख्त मंशा के रूप में देखा जा रहा है। पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार अवैध खनन और बजरी माफियाओं के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा।
धौलपुर जिले में खनन माफियाओं के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए शुक्रवार सुबह पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। कोतवाली थाना क्षेत्र के बड़ापुरा गांव में पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा के नेतृत्व में अवैध बजरी भंडारण के खिलाफ यह अभियान चलाया गया, जिसमें करीब 5 हजार ट्रॉली बजरी का अवैध स्टॉक नष्ट कर दिया गया।
कार्यवाही सुबह तड़के प्रारंभ हुई। बड़ापुरा गांव और आसपास के इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। इस दौरान दो दर्जन से अधिक जेसीबी मशीनें, 50 से अधिक पुलिस वाहन और जिले के सभी थानों के थाना प्रभारी मौके पर मौजूद रहे। स्वयं पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा ने मोर्चा संभाला और पूरी कार्रवाई की निगरानी की।
खनन माफियाओं पर कसा शिकंजा
सब-इंस्पेक्टर अशोक सिंह ने जानकारी दी कि यह कार्रवाई मोरोली गांव के पास बड़ापुरा क्षेत्र में की गई, जहां खनन माफियाओं द्वारा भारी मात्रा में बजरी का अवैध भंडारण किया गया था। कई दिनों से स्थानीय स्तर पर अवैध खनन और बजरी डंपिंग की शिकायतें मिल रही थीं। इसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर यह रणनीतिक कार्रवाई की गई। पुलिस के अनुसार, जब्त की गई बजरी को मौके पर ही जेसीबी की मदद से नष्ट कर दिया गया, ताकि इसका दोबारा उपयोग या अवैध बिक्री न हो सके। कार्रवाई के दौरान खनन विभाग और प्रशासन की टीमें भी उपस्थित रहीं।
प्रशासन का सख्त संदेश
इस कार्रवाई को अवैध खनन पर रोक लगाने की दिशा में प्रशासन की सख्त मंशा के रूप में देखा जा रहा है। पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार अवैध खनन और बजरी माफियाओं के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा। पर्यावरण संरक्षण और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसे अवैध स्टॉक को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कार्रवाई की खबर फैलते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया। अवैध बजरी कारोबार में लिप्त लोगों में डर का माहौल है, जबकि आम नागरिक और पर्यावरण प्रेमी प्रशासन के इस सख्त रुख से संतुष्ट नजर आए। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जिले के अन्य इलाकों में भी इसी तरह के अवैध स्टॉक की जानकारी जुटाई जा रही है। अगले कुछ दिनों में अन्य क्षेत्रों में भी इस प्रकार की कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।