देश में युवाओं के लिए बुरी खबर लेकर आया कोरोना, हालिया रिपोर्ट बेहद चिंताजनक…

कोरोना वायरस पर The Washington Post की हालिया रिपोर्ट चिंताजनक है. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और ब्राजील जैसे विकासशील देश COVID-19 के हॉट स्पॉट बनते जा रहे हैं और यह महामारी अब यहां के युवाओं को तेजी से अपना शिकार बना रही है. रिपोर्ट के अनुसार, इन जगहों पर कोरोना वायरस अपना विनाशकारी रूप दिखा रहा है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्राजील और भारत जैसे देश में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले और अस्पताल में भर्ती होने वालों में भी युवाओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है. इस महामारी के केंद्र रहीं जगहों पर भी युवाओं में संक्रमण की ये दर नहीं देखी गई है, जो अब इन देशों में दिख रही है.

रिपोर्ट के अनुसार, ब्राजील में 50 साल से कम मरने वालों की संख्या 5 फीसदी है जो इटली या स्पेन में दर्ज की गई मौत की तुलना में दस गुना अधिक है. मेक्सिको में, लगभग एक-चौथाई मृतकों की उम्र 25 से 49 साल के बीच की है. वहीं भारत महामारी का अगला हॉटस्पॉट बनने की तरफ है. यहां इस महीने कोरोना से मरने वाले करीब 50 फीसदी लोग 60 से कम उम्र के हैं.

रिपोर्ट में विकासशील देशों में हो रही युवाओं की मौत के पीछे खराब स्वास्थ्य सेवा, अत्यधिक गरीबी और असमानता को जिम्मेदार बताया गया है. न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में भारत के मुंबई शहर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को घनी आबादी से जोड़ा गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया के सबसे बड़े स्लम धारावी में अस्पतालों की खराब हालत और कमजोर पुलिस जैसी स्थितियां हैं और यहां सोशल डिस्टेंसिग असंभव है.

हालांकि अधिकारियों ने महामारी के शुरुआती हफ्तों में घोषणा की थी कि इसका सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को है लेकिन पिछले कई महीनों की रिपोर्ट के अनुसार संक्रमण और ज्यादा गंभीर मामले 20 से 44 के बीच उम्र वालों के हैं. The Washington Post की रिपोर्ट में सामाजिक-आर्थिक कारकों का विश्लेषण करके बताया गया है कि किन लोगों की कोरोना वायरस से बचने की ज्यादा संभावना है.

हालांकि अधिकारियों ने महामारी के शुरुआती हफ्तों में घोषणा की थी कि इसका सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को है लेकिन पिछले कई महीनों की रिपोर्ट के अनुसार संक्रमण और ज्यादा गंभीर मामले 20 से 44 के बीच उम्र वालों के हैं. The Washington Post की रिपोर्ट में सामाजिक-आर्थिक कारकों का विश्लेषण करके बताया गया है कि किन लोगों की कोरोना वायरस से बचने की ज्यादा संभावना है.

अमेरिका के फाउंडेशन amfAR ने अमेरिका के कुछ महामारी विशेषज्ञों के साथ मिल कर हाल में एक स्टडी की थी.

इस स्टडी के बारे में बताते हुए CNN ने कहा, महामारी की इस विभिन्नता के पीछे लोगों तक स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच, घरों के घनत्व, बेरोजगारी, व्यापक भेदभाव और दूसरों कई कारण हैं.

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