दिग्विजय सिंह ने पुलवामा आतंकी हमले को कहा ‘दुर्घटना’, पीएम मोदी से पूछे कई सवाल
कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने पाकिस्तान के बालाकोट में हुई भारतीय वायुसेना के हवाई हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवालों की झड़ी लगा दी है। दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को मोदी पर निशाना साधते हुए पूछा है कि सवाल ना तो सत्ता का है और ना ही सियासत का। बल्कि सवाल उन मां और बहनों का है जिन्होंने अपने बेटों और भाइयों को खोया है। दिग्विजय ने कहा है कि मोदी जी को इनके सवालों का जवाब देना चाहिए। भाजपा सेना की सफलता को अपनी सफलता साबित कर चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है। लेकिन दिग्विजय सिंह ने पुलवामा आतंकी हमले को ‘दुर्घटना’ कह दिया है। जिसके बाद भाजपा इसे मुद्दा बना सकती है।
दिग्विजय सिंह ने मंगलवार सुबह सोशल मीडिया ट्विटर पर एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं। दिग्विजय सिंह ने पहला ट्वीट कर लिखा, “हमें हमारी सेना पर उनकी बहादुरी पर गर्व है व सम्पूर्ण विश्वास है। सेना में मैंने मेरे अनेकों परिचित व निकट के रिश्तेदारों को देखा है किस प्रकार वे अपने परिवारों को छोड़ कर हमारी सुरक्षा करते हैं। हम उनका सम्मान करते हैं।”
उन्होंने आगे लिखा, “किन्तु पुलवामा दुर्घटना के बाद हमारी वायु सेना द्वारा की गई एयरस्ट्राइक के बाद कुछ विदेशी मीडिया में संदेह पैदा किया जा रहा है जिससे हमारी भारत सरकार की विश्वसनीयता पर भी प्रश्न चिन्ह लग रहा है।”
दिग्विजय सिंह ने इसके बाद लिखा, “प्रधान मंत्री जी आपकी सरकार के कुछ मंत्री कहते हैं 300 आतंकवादी मारे गए। भाजपा अध्यक्ष कहते हैं 250 मारे हैं। योगी आदित्यनाथ कहते हैं 400 मारे गए और आपके मंत्री एसएस आहलूवालिया कहते एक भी नहीं मरा। और आप इस विषय में मौन हैं। देश जानना चाहता है कि इसमें झूठा कौन है।”
सिंह ने लिखा, “मोदी जी सवाल ना सियासत का है ना सत्ता का। सवाल उन बिलखती बहनों का है जिन्होंने अपने भाई खोए हैं सवाल उस मां का है जिसके लाड़ले की शाहदत हुई है और सवाल उस वीरांगना का है जिसने अपना पति खोया है। इनके सवालों का जवाब आप कब देंगे?”
दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री से आखिरी ट्वीट कर सवाल किया, “आप, आपके वरिष्ठ नेता और आपकी पार्टी सेना की सफलता को जिस प्रकार से भाजपा केवल अपनी सफलता साबित कर चुनावी मुद्दा बनाने का प्रयास कर रहे हैं वह हमारे देश के सुरक्षा कर्मियों की बहादुरी और समर्पण का अपमान है। देश का हर नागरिक भारतीय सेना और समस्त सुरक्षा कर्मियों का सम्मान करता है।”