तेजी से बढ़ने लगा है बोटोक्स का चलन

पहले बोटोक्स कराने वालों के नाम उंगलियों पर गिने जा सकते थे। लेकिन अब ये संख्या अनगिनत हो गई है। सोशल मीडिया के इस जमाने में बोटोक्स ट्रीटमेंट सिर्फ सेलिब्रिटी तक ही सीमित नहीं रह गया है। आम आदमी भी चेहरे को यंग और खूबसूरत दिखाने के लिए बोटोक्स ट्रीटमेंट करा रहा है। इतनी आसानी से उपलब्ध ट्रीटमेंट कराने को लेकर कुछ सावधानियां और जानकारी आपकी मदद कर सकती है।

किसमें कारगर है बोटोक्स इंजेक्शन
झुर्रियां कम करने में: बोटोक्स-टाइप इंजेक्टेबल, झुर्रियां और फाइन लाइन्स बनाने वाली मसल्स को रिलेक्स कर उन्हें कम कर सकता है। ये माथे, दोनों आईब्रो और आंखों के कोनों की झुर्रियों पर खासा असरदार है।
स्किन का टेक्सचर: झुर्रियां कम करने के साथ ही बोटोक्स-टाइप इंजेक्टेबल आपकी स्किन के पूरे टेक्सचर को बेहतर बनाता है। इससे आपकी स्किन ज्यादा कोमल और जवां नजर आती है।

क्या होता है बोटोक्स इंजेक्शन लगने के बाद
इंजेक्शन लगने के तुरंत बाद ही आप अपने सामान्य काम कर सकते हैं, लेकिन आपके कॉस्मैटिक सर्जन या डर्मेटोलॉजिस्ट आपको एक्सरसाइज या ज्यादा मेहनत का काम करने से एक दिन ऑफ लेने की सलाह देंगे। पूरे दिन सिर को ऊपर की तरफ आराम की स्थिति में रखने को कह सकते हैं।
इंजेक्शन लगने वाले स्थान पर हल्की रेडनेस, सूजन और जख्म जैसा होना आम है।
ट्रीटमेंट का रिजल्ट 3 से 7 दिन में नजर आ सकता है, क्योंकि इसका असर हर रोगी, प्रोडक्ट के इस्तेमाल और जिस हिस्से में ट्रीटमेंट किया गया है, उस पर निर्भर करता है।
अगर आप पहली बार ये इंजेक्शन ले रहे हैं, तो आपके कॉस्मैटिक सर्जन कम मात्रा में इंजेक्ट कर सकते हैं और उसके बाद के फॉलो अपसेशन में टच अप कर सकते हैं। ऐसा करने से उस हिस्से का ओवर-ट्रीटमेंट का खतरा कम हो जाता है और नेचुरल व सही रिजल्ट मिलते हैं।

इनमें भी काम आता है बोटोक्स ट्रीटमेंट
बहुत पसीना आने पर: बोटोक्स का इंजेक्शन ऐसे लोगों के स्वेट ग्लैंड का कम एक्टिव कर देता है, जिन्हें ज्यादा पसीना आने की शिकायत होती है।
गले की तिरछी लाइनें: अगर आपकी गर्दन पर स्थायी तौर पर तिरछी लाइनें बन गई हैं, तो बोटोक्स के इंजेक्शन उन मसल्स को रिलेक्स करती हैं, जिनकी वजह से ये होती हैं।

कितने समय तक रहता है असर
बोटोक्स के इंजेक्शन का असर 3 से 6 महीने तक रहता है।
इसे करवाने के बाद मरीज तुरंत ही अपने रोजमर्रा के काम आसानी से कर सकता है।
झुर्रियों के साथ-साथ ये ट्रीटमेंट ज्यादा पसीना आने, नेक बैंड और कई अन्य समस्याओं में भी काम आता है।

क्या करें बोटोक्स ट्रीटमेंट कराने के बाद
बोटोक्स कराने के बाद कम से कम तीन से चार घंटे सीधे ही बैठने की कोशिश करें।
इंजेक्शन वाले हिस्से को 12 घंटों तक न तो रगड़ें न ही मसाज करें। बोटोक्स लिक्विड होता है और अपनी जगह से थोड़ा खिसक सकता है। इससे लिक्विड के सैटल होने पर परिणाम में फर्क नजर आ सकता है।
बोटोक्स कराने के बाद आप अपने चेहरे को धो सकते हैं, उससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन तेजी से रगड़ना नहीं है।

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