तस्वीरों में देखिए आमेर फोर्ट में यूएस उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का भव्य स्वागत, नगाड़ा बजाकर दी विदाई

जयपुर के आमेर महल में जलेब चौक पर हथिनी चंदा और पुष्पा द्वारा अमेरिका के उपराष्ट्रपति का स्वागत किया गया। साथ ही यहां मौजूद लोक कलाकारों ने कच्छी घोड़ी, कालबेलिया नृत्य और बांसुरी वादन कर राजस्थानी लोक कला का प्रदर्शन किया।
उपराष्ट्रपति की पत्नी उषा राजस्थानी लोककला का आनंद लेते हुए अपनी बेटी को राजस्थानी लोक कला के विषय में बताती हुई नजर आईं। वहीं, तेज गर्मी के चलते दोनों बेटों को विचलित देखा गया।
वेंस के आमेर और जयपुर भ्रमण को देखते हुए पोलो सर्कल से रामबाग चौराहा, ओटीएस चौराहा से रामनिवास बाग, चौड़ा रास्ता, त्रिपोलिया बाजार, सुभाष चौक से आमेर तक, ओटीएस चौराहा से केवी तीन तक शाम चार बजे तक ट्रैफिक बंद रखा गया।
आजादी से पहले जयपुर एक रियासत हुआ करती थी। इस रियासत की राजधानी का नाम था आमेर। यहां के राजा मानसिंह ने इस किले का निर्माण कराया। निर्माण कार्य 1589 में शुरू हुआ जो कि 1616 तक चला। ऐसे में इसे 16वीं शताब्दी की ऐतिहासिक इमारत के रूप में भी जाना जाता है।
आमेर किला यानी इस महल के अंदर भी कई तरह की कलाकृतियां बनी हुई है जिन्हें पूर्व महाराजाओं द्वारा बनाया गया। चारों ओर जंगल और बीच में स्थित एक ऊंची पहाड़ी पर बने की इस किले की भव्यता अपने आप में निराली है।
आमेर महल वास्तुकला का अद्भुत नमूना है, जिसमें हिंदू और मुगल शैलियों का मिश्रण है। यह भव्य इमारत लाल बलुआ पत्थरों और संगमरमर से बनी है। महल बनाने के लिए उपयोग में लिए गए पत्थरों को नक्काशी, भित्तिचित्र और जालीदार डिजाइन से सजाया गया है।