डीआईजी हरचरण भुल्लर केस: सीबीआई और विजिलेंस में बढ़ा टकराव

भ्रष्टाचार मामले में फंसे पंजाब स्थित रोपड़ के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर मामले में अब सीबीआई चंडीगढ़ और पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। दोनों जांच एजेंसियां एक-दूसरे की कार्रवाई पर सवालिया निशान लगा रही हैं।
सीबीआई के बाद भुल्लर को रिमांड पर लेकर पूछताछ के लिए विजिलेंस की बेताबी भी बढ़ती जा रही है। फिलहाल भुल्लर सीबीआई के रिमांड पर चल रहे हैं और रिमांड खत्म होने के बाद ही सीबीआई कोर्ट तय करेगी कि विजिलेंस को भुल्लर का रिमांड दिया जाना है या नहीं।
सूत्रों की माने तो सीबीआई भुल्लर की बेहद मजबूत रिमांड रिपोर्ट कोर्ट में पेश करना चाहती है ताकि रिमांड के लिए वह कोर्ट में विजिलेंस की दलील का मजबूती से सामना करे। सूत्र यह भी बताते हैं कि विजिलेंस न केवल भुल्लर का रिमांड चाहती है बल्कि जो दस्तावेज सीबीआई ने जब्त किए हैं, उसी से संबंधित वह भी अपनी सामांतर जांच करना चाहती है। इसके लिए विजिलेंस ब्यूरो कोर्ट में सीबीआई से दस्तावेजों की मांग भी कर सकती है।
अदालत में दिखी थी खींचतान
गत दिवस चंडीगढ़ की विशेष अदालत में सीबीआई और पंजाब विजिलेंस के बीच इसी मसले पर खींचतान देखने को मिली। सीबीआई की पंजाब रेड पर जब भुल्लर के वकीलों ने कई सवाल खड़े किए तो इस पर कोर्ट में सीबीआई ने भी पंजाब विजिलेंस की एफआईआर पर सवालिया चिह्न लगाए। कोर्ट के ऑर्डर के मुताबिक सीबीआई ने कहा कि विजिलेंस ने जो केस दर्ज किया, उसे खुफिया सूचना मिलने के आधे घंटे बाद दर्ज किया गया, यहां तक कि सीबीआई की वकील द्वारा उठाए सवाल पर जज ने भी भी पूछा कि 30 साल की सर्विस रिकॉर्ड वाले डीआईजी की पूरी संपत्ति के बारे में विजिलेंस को आधे घंटे में ही कैसे यकीन हुआ कि संपत्ति आय से ज्यादा है।
भुल्लर और प्रॉपर्टी डीलरों के बीच गठजोड़
रोपड़ रेंज के निलंबित डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। सीबीआई ने बीते दिनों पंजाब में पटियाला, लुधियाना और जालंधर में पांच जगहों पर जो दबिश दी, उस दौरान जो दस्तावेज बरामद हुए हैं, उसने भुल्लर की बेनामी संपत्तियों का राज खुलना शुरू हो गया है।
जांच में सामने आया है कि भुल्लर और कुछ प्रॉपर्टी डीलरों आपसे गठजोड़ कर एक कागजी कंपनी खड़ी की और इसी के जरिये बेनामी संपत्तियां बनाईं।
सीबीआई ने पटियाला बीएच प्रॉपर्टी के मालिक भूपिंदर सिंह के और लुधियाना के प्रॉपर्टी डीलर सिंगला के घर से 50 संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए हैं। उसी कड़ी में एक कंपनी का खुलासा हुआ है। इन प्रॉपर्टी डीलरों ने एक कंपनी बनाई हुई थी, जिसमें पैसों के लेनदेन के जरिये आय से अधिक संपत्ति बनाने की सबूत मिले हैं। सीबीआई इस कंपनी में हुए पैसों के लेनदेन की जांच कर रही है। सीबीआई के अधिकारिक सूत्रों की मानें तो इन कंपनियों में कई लोगों के बीच पैसों के लेनदेन हुए है।
सीबीआई ने इस दिशा में जांच तेज कर दी है कि निलंबित डीआईजी भुल्लर कहीं अपने रिश्वतखोरी के पैसों को भी इन प्रॉपर्टी डीलरों की कंपनी में सीधे निवेश कर कहीं बेनामी संपत्तियां बनाने के खेल में तो शामिल नहीं थे। बीएच प्रॉपर्टी के मालिक भूपिंदर सिंह और लुधियाना के सिंगला प्रॉपर्टी डीलर से सीबीआई ने समन कर पूछताछ शुरू कर दी है।
कंपनी में हुए ट्रांजेक्शन और जो बैनामा के दस्तावेज मिले हैं और जिन लोगों के नाम पर यह बैनामा बने हुए हैं, अब उन लोगों से भी पूछताछ शुरू हो गई हे ताकि यह मालूम चल सके कि ये बैनामा वास्तव में सही हैं या फिर लोगों के पहचान पत्र, नाम, फोटो और उनके पैसों के लेनदेन को दिखाकर बेनामी संपत्तियां खड़ी की गई हैं।





