जी-7 बैठक के लिए आज कनाडा जाएंगे डॉ. एस. जयशंकर

विदेश मंत्री एस जयशंकर आज कनाडा जाएंगे, जहां वे जी-7 विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह दौरा भारत-कनाडा संबंधों को पटरी पर लाने की दिशा में अहम माना जा रहा है। ओंटारियो में होने वाले आउटरीच सत्र में वे वैश्विक आर्थिक, ऊर्जा और समुद्री सुरक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे और कई देशों के विदेश मंत्रियों से द्विपक्षीय मुलाकातें भी करेंगे।
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर बुधवार को कनाडा की यात्रा पर जाएंगे, जहां वे जी-7 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह दौरा भारत और कनाडा के बीच संबंधों को सामान्य करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि जयशंकर कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद के निमंत्रण पर ओंटारियो में होने वाले जी-7 आउटरीच सत्र में भाग लेंगे।
मंत्रालय ने कहा, विदेश मंत्री की यह भागीदारी भारत की इस प्रतिबद्धता को दर्शाती है कि वह अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर वैश्विक चुनौतियों का समाधान खोजने और ग्लोबल साउथ की आवाज़ को सशक्त बनाने के लिए तत्पर है। जयशंकर इस दौरान अनीता आनंद सहित कई देशों के विदेश मंत्रियों से द्विपक्षीय मुलाकातें भी करेंगे।
इस बैठक के लिए कनाडा ने जिन आउटरीच देशों को आमंत्रित किया है, उनमें ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, भारत, सऊदी अरब, मैक्सिको, दक्षिण कोरिया, दक्षिण अफ्रीका और यूक्रेन शामिल हैं। कनाडा ने कहा है कि यह बैठक वैश्विक आर्थिक और सुरक्षा चुनौतियों पर केंद्रित होगी, जिनमें समुद्री सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, आर्थिक लचीलापन और महत्वपूर्ण खनिज संसाधन प्रमुख विषय होंगे।
तनावपूर्ण रिश्ते में सुधार लाना चाहेंगे भारत-कनाडा
बता दें कि जयशंकर की यह यात्रा ऐसे समय हो रही है जब भारत-कनाडा रिश्ते हाल में तनाव के दौर से निकलकर सुधार की दिशा में बढ़ रहे हैं। पिछले महीने अनीता आनंद की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों ने व्यापार, ऊर्जा और क्रिटिकल मिनरल्स के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए एक नई रूपरेखा की घोषणा की थी। बता दें कि भारत-कनाडा संबंधों में 2023 में उस समय गहरा तनाव आ गया था जब तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाया था, जिसे भारत ने बेतुका और झूठा बताया था।





