जानिए, क्यों फेसिअल और क्लीनअप रूटीन में होना चाहिए शामिल
फेशियल और क्लीनअप नियमित करने से त्वचा का निखार बरकरार रहता है। हालांकि कुछ लोगों से अपने सुना होगा कि ज्यादा फेशियल भी नुकसानदेह होता है लेकिन आपकी इस गलतफहमी को आज हम दूर कर देंगे। जानें नियमित रूप से फेशियल और क्लीनअप कराने के क्या फायदे हैं। बढ़ती उम्र सबसे पहले आपकी रूखी और बेजान त्वचा से नजर आती है।
उम्र के बढ़ने के साथ-साथ कोलेजन का प्रोडक्शन घटता जाता है। कोलेजन आपकी त्वचा के लचीलेपन को बनाए रखती है। इसलिए जब कोलेजन घटता है, तो त्वचा ढीली और बेजान नजर आने लगती है। फेशियल कराने से आपकी त्वचा को पर्याप्त मॉइस्चर मिलता है। ध्यान देने वाली बात है की अगर आपके गालों के ठीक ऊपर काली झाइयां पड़ गई हैं या फिर डार्क सर्कल्स हैं, तो नियमित रूप से फेशियल कराएं। इस तरह का कालापन, पिग्मेंटशन बढ़ती उम्र के साथ बढ़ते जाते हैं। सूरज की हानिकारक किरणें, प्रदूषण और हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ने से भी ये समस्याएं हो सकती हैं।
नियमित फेशियल कराने से आपकी रंगत धीरे-धीरे एकसमान नजर आने लगेगी। दाग-धब्बे और डार्क सर्कल्स भी कम होने लगेंगे। इसके साथ ही साथ रोमछिद्र का खास ख्याल रखने आवश्यक है हवा की नमी, प्रदूषण, गंदगी, पसीना, मेकअप इत्यादि हमारे रोमछिद्रों को प्रभावित करते हैं, उन्हें ब्लॉक करते हैं। इन्हीं कारणों से त्वचा बेजान नज़र आती है और मुहांसों से भर जाती है।
रोज़ाना क्लेंजिंग करने से आपकी त्वचा केवल ऊपरी तौर पर साफ होती है, लेकिन बंद रोमछिद्र के अंदर गंदगी इकट्ठा होने लगती है। फेशियल में स्टीम लेने की प्रक्रिया से आपके रोमछिद्र खुल जाते हैं। साथ ही स्क्रब करने से उनकी गंदगी भी पूरी तरह से निकल जाती है। इसके लगातार इंटरवल में करने से आपको ब्लैकहैड और वाइटहेड्स की छुट्टी हो जाएगी।
नाक पर काले-काले डॉट्स हों या ठोढ़ी पर सफेद दाने, ब्लैकहेड्स और वाइटहेड्स को निकालने के लिए क्लीन-अप या फेशियल से बेहतर विकल्प कुछ नहीं। ऑयल और डेड सेल्स के संयोजन से ब्लैकहेड्स और वाइटहेड्स पनपते हैं। फेशियल के दौरान एक्स्ट्रैक्शन टूल की मदद से नाक, माथे और ठोढ़ी पर मौजूद इन ब्लैक और वाइट हेड्स को निकाला जाता है। जिससे आपकी त्वचा चिकनी और चमकदार नजर आने लगती है।