जल्दी से बदल डालें ये आदतें, वरना यमराज हो सकते हैं नाराज

हमारी रोजमर्रा की आदतों के साथ-साथ कुछ धार्मिक आदतें ऐसी भी होती हैं, जो उम्र कम करती हैं। अगर इन आदतों को बदलेंगे, तो उम्र भी बढ़ेगी और खुश भी रहेंगे। हिंदू धर्मशास्त्रों में ऐसी कई बातों का उल्लेख मिलता है, जो हमारी उम्र से जुड़ा है। इन बातों का पालन या उल्लंघन करने से हमारी उम्र पर भी असर पड़ता है। महाभारत के अनुशासन पर्व के अनुसार, जो लोग धर्म की नीतियों का उल्लंघन करते हैं, ऐसे लोगों की आयु कम होती है। महाभारत में कहा गया है कि जो लोग धार्मिक मर्यादाओं का पालन करते हैं और सत्य का साथ नहीं छोड़ते, उनकी उम्र सामान्य लोगों के मुकाबले ज्यादा होती है।जल्दी से बदल डालें ये आदतें, वरना यमराज हो सकते हैं नाराजशास्त्रों के मुताबिक, जो लोग छल, कपट, लोभ, लालच, धोखा और असत्य को जीवन में अपनाते हैं, उन मनुष्यों को अकाल मृत्यु का भय बना रहता है। ऐसे लोग बीमार रहते हैं और उनकी उम्र भी कम होती है।

खाली बैठकर नाखून चबाने से शनि का प्रभाव बढ़ता है, जिसका असर हमारी आयु पर पड़ता है। शरीर को गंदा रखने, घर में और अपने आसपास गंदगी रखने वाले लोगों की उम्र भी घटती है। ऐसे स्थान पर लक्ष्मी भी वास नहीं करती, बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

महाभारत के ‘अनुशासन पर्व’ के अनुसार, पढ़ाई करते समय कभी भी कुछ नहीं खाना चाहिए। इससे ज्ञान की देवी सरस्वती और यम देवता रुष्ट हो सकते हैं। पढ़ाते समय कुछ भी खाने से अकाल मृत्यु का खतरा बना रहता है।

शास्त्रों की माने, तो आकाश में चढ़े हुए सूरज की तरफ आंखें उठाकर देखने से भी उम्र कम होती है। ऐसा करने वाला व्यक्ति शीघ्र ही मृत्यु को प्राप्त होता है।

भोजन से जुड़ी एक धार्मिक मान्यता यह भी है कि भोजन करते समय बीच में खाना छोड़कर जूठे मुंह नहीं उठना चाहिए और अगर आप उठ भी जाते हैं, तो दोबारा जूठे हाथ से भोजन शुरू नहीं करना चाहिए, ऐसा करने से भी उम्र घटती है।

धार्मिक मान्यता के अनुसार, शनिवार और मंगलवार के दिन कभी भी बाल नहीं कटवाना चाहिए। ऐसा करने से आयु घटती है। गुरुवार को शेविंग करना, नाखून काटना और मांस-मदिरा का सेवन करना भी उम्र घटाता है।

शास्त्रों में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सोना निषेध बताया गया है। शास्त्रों के अनुसार, ऐसा करना सीधे यमराज को आमंत्रण देना है। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सोने से शरीर बीमारियों से घिर जाता है, जिसके फलस्वरुप व्यक्ति शीघ्र ही मृत्यु को प्राप्त करता है।

वास्तु शास्त्र में भी उम्र को लेकर ऐसी कई सारी बातें बताई गई हैं। मान्यता है कि मुख्य द्वार के सामने पैर करके कभी नहीं सोना चाहिए। ऐसा करने से यमराज नाराज होते हैं।

शयनकक्ष में हिंसक जानवर की तस्वीर, रोता हुआ बच्चा, युद्ध, उजड़ा हुआ मकान, विलाप करती महिला आदि की तस्वीर लगाने से भी अशुभता बढ़ती है, जिसका असर इंसान की उम्र पर पड़ता है।

शोध कहता है
न्यूयॉर्क की यूनिवर्सिटी ऑफ बुफैलो का एक शोध कहता है कि लंबी उम्र और सेहतमंद जीवन चाहिए, तो दान करने की आदत डालिए। पांच साल तक चले इस शोध में शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग दूसरे लोगों की मदद करते हैं और दान करते हैं, उन लोगों में असमय मौत का खतरा और तनाव कम होता है। ऐसे लोग खुशमिजाज होते हैं और लंबी उम्र जीते हैं।

इस शोध में स्टोनी बूक यूनिवर्सिटी, ग्रैंड वैली स्टेट यूनिवर्सिटी भी शामिल थी। शोध से जुड़े शोधकर्ता माइकल जे. पॉलिन का कहना है कि यह महत्वपूर्ण जानकारी है, जिससे आप लंबी उम्र प्राप्त कर सकते हैं। अमेरिका की यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल्स केस मेडिकल सेंटर का शोध कहता है, जो लोग चुनौतियों का सामना करते हैं और अपने तनाव के स्तर को कभी बढ़ने नहीं देते, ऐसे लोग भी लंबी उम्र जीते हैं। इसके साथ-साथ सामाजिकता का भाव, पैदल चलना, अपने काम खुद करना, संतुलित खानपान रखने वाले लोग भी कम बीमार होते हैं और उनकी उम्र भी लंबी होती है।

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