चुनावी रण में ‘आप पार्टी’ के बागी नेता विश्वास दे सकते है भाजपा का साथ, डिनर डिप्लोमेसी पर हुई चर्चा

आम आदमी पार्टी के बागी नेता कुमार विश्वास जल्द ही भाजपा के साथ चुनावी रण में दिखाई दे सकते हैं। सोमवार देर रात दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी और कुमार विश्वास के बीच डिनर पर लंबी चर्चा होने की खबर है। पार्टी सूत्रों की मानें तो इस चर्चा के बाद विश्वास के लोकसभा चुनाव में भाजपा की ओर से उम्मीदवार बनने की खबरें आने लगी हैं। उधर तिवारी से मुलाकात कर चुकी डांसर सपना चौधरी दिल्ली में भाजपा के आयुष्मान मार्च का प्रचार करेंगी।
भाजपा दिल्ली की सभी लोकसभा सीटों पर जातीय समीकरण बैठाने में भी जुटी है। चूंकि पूर्वी दिल्ली एकमात्र ऐसी सीट रही है, जहां हमेशा से ब्राह्मण फैक्टर हावी रहा है। ऐसे में भाजपा को उम्मीद है कि कुमार विश्वास पूर्वी दिल्ली की जनता का भरोसा जीत सकते हैं। हालांकि कहा ये भी जा रहा है कि मनोज तिवारी ने कुमार विश्वास को उम्मीदवार बनाने का फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर छोड़ दिया है, लेकिन साथ में भाजपा ये भी मान रही है कि कुमार विश्वास के रूप में ये मास्टर कार्ड कांग्रेस और आप पर भी भारी पड़ सकता है। सूत्रों का यहां तक कहना है कि दोनों ही विपक्षी दलों के बीच पूर्वी दिल्ली सीट को लेकर घमासान मचा है। ऐसे में भाजपा की ओर से कुमार विश्वास की दावेदारी चुनावी रण में विरोधियों पर भारी पड़ सकती है।
हरियाणा की मशहूर कलाकार सपना चौधरी को लेकर भी खबर मिली है कि अगले सप्ताह से दिल्ली में शुरू होने वाले आयुष्मान मार्च में वे स्टार प्रचारक होंगी। सोमवार से शनिवार तक दिल्ली के 13 हजार 800 बूथों के अलावा शॉपिंग मॉल्स, मेट्रो स्टेशन, बस स्टैंड, मुख्य बाजार इत्यादि इलाकों में जाकर भाजपा आयुष्मान भारत योजना को दिल्ली में रोके जाने का प्रचार करेगी। इसके लिए भाजपा ने एक पत्र भी तैयार किया है, जिसमें एक तरफ मोदी सरकार की उपलब्धियां है तो वहीं दूसरी ओर आयुष्मान भारत, गरीब सवर्णों को 10 फीसदी का आरक्षण लागू न होना और प्रधानमंत्री आवास योजना से दिल्ली वालों को वंचित रखने जैसे महत्वपूर्ण बिंदु होंगे। भाजपा का कहना है कि पूरे देश में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत करीब ढाई करोड़ गरीब परिवारों को आशियाना मिल चुका है, लेकिन केजरीवाल सरकार ने इस योजना को दिल्ली में लागू नहीं होने दिया।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि सोमवार देर रात सांसद मनोज तिवारी, कुमार विश्वास और एक अन्य वरिष्ठ नेता ने एक साथ डिनर पर चर्चा की थी। इस दौरान उनके साथ एक कार और थी, जिसमें अन्य नेता थे, लेकिन वे चर्चा में शामिल नहीं थे। बताया जा रहा है कि डिनर मीटिंग के बारे में पहले से ही योजना बनी थी। काफी देर तक चली इस मुलाकात की खबर मंगलवार सुबह तक कार्यकर्ताओं में तेजी से फैल गई।
मनोज तिवारी के साथ कुमार विश्वास की मुलाकात के बाद जहां राजनीतिक गलियारों में सियासी चर्चाओं का दौर है, वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता भी मानते हैं कि कुमार विश्वास के लिए लोकसभा के चुनावी रण में भाजपा की ओर से उतरना आसान हो सकता है। इसके पीछे तर्क है कि दिल्ली की सात में से पांच लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार का चुनाव लगभग तय है। फिर चाहे वह दक्षिणी दिल्ली हो या नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली के शाहदरा, सीलमपुर, वेलकम जैसे इलाकों पर पार्टी का फोकस ज्यादा है। लेकिन इस लोकसभा सीट का इतिहास पार्टी को बार बार विचार करने पर भी मजबूर करता है। ऐसे में कुमार विश्वासभाजपा में शामिल होते हैं तो उनके लिए राह आसान हो सकती है। उधर कहा ये भी जा रहा है कि कुमार विश्वास के नाम को लेकर पार्टी हाईकमान का भी अब तक सकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है।





