चर्चा में ‘मंटो’
बॉलिवुड में इन दिनों बायॉपिक्स की बाढ़ आई हुई है लेकिन इनके मूल चरित्र के रूप में कवियों-लेखकों को छूने की हिम्मत नंदिता जैसा कोई विरला ही दिखा सकता है। पीछे नजर डालें तो भी इस मामले में सूखा ही मिलता है।
बॉलिवुड में इन दिनों बायॉपिक्स की बाढ़ आई हुई है लेकिन इनके मूल चरित्र के रूप में कवियों-लेखकों को छूने की हिम्मत नंदिता जैसा कोई विरला ही दिखा सकता है। पीछे नजर डालें तो भी इस मामले में सूखा ही मिलता है।