चढ़ने लगा बिहार का सियासी पारा, वक्फ कानून का नाम लेकर बोले ओवैसी- 4 का जवाब 24 से दिया जाएगा

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी हमारे पोस्टर फाड़े जा रहे हैं। कोई ‘आई लव मोदी’ या ‘आई लव नीतीश’ का पोस्टर लगाए तो उसे सम्मान मिलता है, लेकिन ‘आई लव मोहम्मद’ पर रोक लगा दी जाती है। यह दोहरा मापदंड नहीं तो और क्या है?
बिहार चुनाव को लेकर सियासत गरमाने लगी है। सीमांचल में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इंडिया गठबंधन और पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। ओवैसी ने किशनगंज के बहादुरगंज में जनसभा के दौरान कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में बिहार की जनता से जिन चार विधायकों ने गद्दारी की और दूसरे दल में जा मिले। जिन लोगों ने ऐसा करवाया, उन्हें मैं साफ तौर पर कहना चाहता हूं कि चार का जवाब चौबीस से दिया जाएगा। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद का नाम लिए बिना कहा कि वह लोग सोच रहे थे कि चार को तोड़ लिए तो हमलोग कमजोर पड़ जाएंगे लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।
खानकाहों, दरगाहों और कब्रगाहों की जमीन नहीं छोड़ने वाले हैं
ओवैसी ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी से कह रहे हैं कि इस काले कानून वक्फ को बनाकर आप सोचते हैं कि मस्जिदें, दरगाहें, खानकाहें और कब्रगाहें छीन ली जाएँगी। आप बहुत बड़ी भूल कर रहे हैं। हम मस्जिद नहीं छोड़ने वाले हैं। हम अपनी खानकाहों, दरगाहों और कब्रगाहों की जमीन नहीं छोड़ने वाले हैं। नीतीश कुमार, मोदी, चिराग पासवान और कुशवाहा साहब ने मिलकर ऐसा गंदा कानून बनाया है, जिसके ज़रिये वे हमारी मस्जिदें छीनना चाहते हैं। ऊपर वाले ने मुझे यह अवसर दिया कि मैं बोल सकूं। मैंने भारत की संसद में आप सभी की तरफ से खड़े होकर कहा कि हम इस काले कानून को स्वीकार नहीं करते। यह बाबा साहेब आंबेडकर के बनाए संविधान के खिलाफ है। मैंने संसद में कहा कि सुनो मोदी, अमित शाह, हम अपनी मस्जिद का कारोबार नहीं कर सकते। फिर, मैंने संसद में उस कागज़ को फाड़ दिया।
‘आई लव मोहम्मद कहने में सरकार को क्यों दिक्कत होती है’
उन्होंने कहा कि हमारे देश की आज़ादी में हिंदू और मुसलमान दोनों ने मिलकर लड़ाई लड़ी थी। अगर कोई हिंदू भाई ‘आई लव महादेव’ कहे, तो किसी को आपत्ति नहीं होती। लेकिन, जब मुसलमान ‘आई लव मोहम्मद’ कहता है, तो सरकार को दिक्कत क्यों होती है? अगर तुम सोचते हो कि हम मोहम्मद को याद करना छोड़ देंगे, तो तुम पागल हो। मेरे गले में फांसी का फंदा भी होगा, फिर भी मैं ‘आई लव मोहम्मद’ बोलूंगा।