ग्रो शेयर में फिर उछाल, क्या तिमाही नतीजे के बाद और भी होगा मुनाफा

ग्रो के शेयर लगातार दो सत्रों की गिरावट के बाद शुक्रवार सुबह लगभग 7% तक उछल गए। कंपनी के आगामी तिमाही नतीजों के इंतजार के बीच कंपनी के रिजल्ट आ चुके हैं। सुबह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर कंपनी के शेयर 6.30% की बढ़त के साथ 166.44 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। ग्रो के प्रदर्शन को लेकर बढ़ती उम्मीदों के बीच यह उछाल आया है।
हालांकि रिजल्ट आने के बाद इसमें मामूली गिरावट देखने को मिली। हाल ही में लिस्ट होने के बाद से, इस शेयर में IPO के बाद की बड़ी तेजी देखी गई है। हाल की कुछ कमजोरी मुनाफावसूली के कारण आई है, जो एक छोटी अवधि के गिरावट के बाद शुरू हुई थी। उस थोड़े समय के सुधार के बाद, यह उछाल नई खरीदारी की दिलचस्पी का संकेत देता है।
ग्रो की क्या है मजबूती
विश्लेषकों का कहना है कि ग्रो का एक प्रमुख आकर्षण उसका मजबूत प्लेटफॉर्म और बड़ा सक्रिय ग्राहक आधार है। कंपनी ने अपनी डिजिटल उपस्थिति मजबूत की है और इसे भारत के पूंजी बाजारों में बढ़ती खुदरा भागीदारी का एक प्रमुख सोर्स माना जा रहा है। आगामी परिणामों से यह साफ हो सकता है कि इसके रेवेन्यू और मार्जिन प्रॉफिट में बदलाव हो रहा है या नहीं।
इस कदम के पीछे एक और तकनीकी पहलू है। चूंकि शेयर का फ्री फ्लोट अभी भी अपेक्षाकृत कम है और हाल ही में लिस्टिंग में भारी बढ़त हुई है, इसलिए खरीदारी का मामूली प्रवाह भी शेयर की कीमत को काफी बढ़ा सकता है।
इस तेजी में जोखिम भी?
दो दिनों की कमजोरी के बाद, निवेशक मौजूदा तेजी को एक अवसर के रूप में भी देख सकते हैं। हालांकि, विश्लेषकों का कहना है कि इस तेजी में जोखिम भी हो सकते हैं। कमाई और भविष्य की विकास अपेक्षाओं के आधार पर, ग्रो पहले से ही प्रतिस्पर्धियों की तुलना में उच्च मूल्यांकन पर कारोबार कर रहा है।
यदि कंपनी विकास करने में असफल रहती है, या ब्रोकरेज व्यवसाय में विनियामक/अशांति बढ़ जाती है, तो धारणा उलट सकती है।
सरल शब्दों में कहें तो, दूसरी तिमाही के नतीजों से पहले ग्रो के शेयरों में तेजी देखने को मिल रहीहै और निवेशकों को मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद है। लेकिन दूसरी ओर, भविष्य की वृद्धि का अधिकतर हिस्सा पहले ही तय हो चुका है, जिससे बाजार किसी भी गलती के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो जाता है।
ग्रो की पैरेंट कंपनी बिलेनियर्स गैराज वेंचर्स का कैसा रहा रिजल्ट
ग्रो की पैरेंट कंपनी बिलेनियर्स गैराज वेंचर्स का पहले तिमाही नतीजे में कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 12% बढ़कर 471.4 करोड़ रुपये रहा। यह एक साल पहले इसी तिमाही में 420.16 करोड़ रुपये था। वहीं कंपनी के रेवेन्यू में इस दौरान 9.5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। सितंबर तिमाही में Groww का रेवेन्यू घटकर 1,018.7 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 1,125.39 करोड़ रुपये रहा था। सितंबर तिमाही के दौरान कंपनी के खर्चों में भी बड़ी कटौती हुई। कंपनी के खर्च सितंबर तिमाही में गिरकर 432.6 करोड़ रुपये रह गए, जिससे उसके नेट प्रॉफिट को सपोर्ट मिला।





