गोंडा में गो तस्करों के बड़े गिरोह का खुलासा, पुलिस ने पकड़े 96 गोवंश से लदे ट्रक
बरामद किए गये। इनमें से एक गोवंश ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने गोवंश तस्करी में ग्राम प्रधान समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि छह आरोपी भाग
निकले। पकड़े गये लोगों के खिलाफ थाना नवाबगंज में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
इसका खुलासा किया था। पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह ने बताया कि पिछले कई दिनों से गोवंश तस्करी की शिकायतें मिल रही थीं। इसलिए स्वाट टीम के प्रभारी
भानुप्रताप सिंह समेत नवाबगंज पुलिस की संयुक्त टीम को इन्हें पकड़ने में लगाया गया था।
एसपी के मुताबिक शुक्रवार की रात स्वाट और नवाबगंज पुलिस की संयुक्त टीम ने मिली सूचनाओं के आधार पर हाईवे पर लोलपुर गांव के पास गोवंश से लदे दो कंटेनर
व एक ट्रक को पकड़ा। मगर पुलिस टीम को देखकर चालक व क्लीनर कूद कर भाग निकले। इसी के बाद टीम ने किशुनदासपुर के पास छापेमारी की तो वहां एक ट्रक व
दो पिकप पर गोवंश लादते पकड़ा गया। लेकिन इनमें से एक गोवंश की मौत हो गई।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने किशुनदासपुर के ग्राम प्रधान समेत तस्करी में शामिल आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए ग्राम प्रधान समेत सभी आरोपियों ने
बताया कि वे सभी गोवंश की टिकरी जंगल व आसपास रात में लोडिंग करके फैजाबाद व बिहार के रास्ते बंगाल भेजते थे। एसपी ने बताया कि पकड़े गये आरोपियों के
खिलाफ थाना नवाबगंज में पशु क्रूरता व गो निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। सीओ तरबगंज केसी सिंह ने बताया कि सभी गोवंशो को गांव वालों की
सुपुर्दगी में दिया गया है।
ये हुए गिरफ्तार
-ग्राम प्रधान किशुनदासपुर देवेंद्र बक्स सिंह, राजेंद्र निषाद
-दीप नरायन, संतोष कोरी, सत्य नारायन, लालता प्रसाद निवासी निवासी धोबहा थाना वजीरगंज
-जुनैद निवासी भद्दी थाना झिनझाना जिला शामली
-विष्णु यादव निवासी थाना रौनाही जिला फैजाबाद
बड़ों के दबाव में भाजपा पदाधिकारी को छोड़ा
गोवंश तस्करी में पुलिस की कार्रवाई की जद में आए भाजपा के एक पदाधिकारी को भी पुलिस ने गोवंश तस्करी के आरोप में उठाया था। इसको लेकर देर रात
से ही दोपहर तक बड़े नेताओं के फोन पुलिस अधिकारियों के पास आते रहे। दबाव में दोपहर बाद मजबूरन पुलिस ने उसे छोड़ दिया। मगर पुलिस अफसर इस पर कुछ भी
बोलने को तैयार नहीं हैं। थाने की पुलिस ने तो भाजपा के किसी पदाधिकारी की गिरफ्तारी से ही इंकार कर दिया।