गरीबों के बैंक खातों से हो रही थी करोड़ों की हेराफेरी

हिरण मगरी थाना पुलिस और डीएसटी ने गरीब और अनपढ़ लोगों को लालच देकर उनके बैंक खाते ठगों को बेचने के आरोप में तीन युवकों को हिरासत में लिया है।
शहर की हिरण मगरी थाना पुलिस और जिला स्पेशल टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इन्होंने गरीब और अनपढ़ लोगों को लालच देकर उनके बैंक खाते खुलवाए और बाद में इन्हीं खातों को साइबर ठगों को बेचकर मोटा कमीशन कमाया।
थानाधिकारी भारत योगी के अनुसार मंगलवार रात पर तीन युवकों द्वारा बैंक खाते बेचने की सूचना मिली। इसके बाद डीएसटी प्रभारी श्यामसिंह रत्नू के नेतृत्व में टीम ने ट्रांसपोर्ट ऑफिस के बाहर दबिश देकर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 2 चेकबुक, 1 पासबुक, 4 एटीएम कार्ड और 4 मोबाइल फोन बरामद किए। बरामद दस्तावेज नाथद्वारा निवासी इंदर, डूंगरपुर निवासी अजय और मल्लातलाई निवासी शेर अली शाह के नाम पर थे। गिरफ्तार आरोपी उदयपुर के प्रवीण निरवाल (नोखा), माधवेंद्र सिंह (नवरत्न कॉम्प्लेक्स) और भाग्येश लोहार (सुंदरवास) हैं।
पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी पहले भी इस तरह के खाते बेच चुके हैं। 5 सितंबर को नागेंद्र नामक व्यक्ति ने माधवेंद्र को फोन कर खाते से जुड़े दस्तावेज मंगवाए थे। प्रवीण पहले भी डूंगरपुर के रवि चौधरी और नागेंद्र रावल को खाते बेच चुका है, जिसके बदले उसे 30 हजार रुपए कमीशन मिला था। भाग्येश ने भी खाते नागेंद्र को बेचे हैं।
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने गरीब और अनपढ़ लोगों को थोड़े पैसों का लालच देकर खाते खुलवाए, पासबुक, चेकबुक और एटीएम कार्ड अपने कब्जे में रखे और नए सिम कार्ड भी खरीदे। इसके बाद सभी दस्तावेज साइबर ठगों को बेच दिए गए, जो इन खातों को ठगी के लिए इस्तेमाल करते थे।