क्या वाकई रोजाना शेवि‍ंग करने से बाल मोटे हो जाते हैं, Myth या Truth?

शेविंग से बाल मोटे और कड़े होते हैं, यह एक आम धारणा है जिसे डॉक्टर ने गलत बताया है। शेविंग केवल त्वचा के ऊपर के बालों को हटाती है और जड़ों या उनकी ग्राेथ पर कोई असर नहीं डालती है। महिलाओं को रेजर की बजाय वैक्स को प्राथमिकता देने की सलाह दी गई है।

आज के समय में मह‍िलाएं भी रेजर का इस्‍तेमाल कर रहीं हैं। आपने अपने घरों में या फ‍िर र‍िश्‍तेदारों को ही ये कहते सुना होगा क‍ि रोज शेव करने से बाल मोटे और हार्ड हो जाते हैं। चाहें पुरुष हों या मह‍िलाएं, अगर उन्‍होंने अपनी स्‍क‍िन पर रेजर का इस्‍तेमाल क‍िया है तो उनके बाल हार्ड जरूर हो जाएंगे। वर्किंग लोग अपने लुक्‍स का काफी ध्‍यान रखते हैं।

पुरुषों को आपने देखा होगा क‍ि वे रोजाना क्‍लीन शेव करके ही ऑफ‍िस जाते हैं। कभी उनके गालों पर हाथ फेरो तब साफ-साफ मालूम चलता है क‍ि उनकी दाढ़ी हार्ड हो चुकी है। हालांक‍ि मौजूदा समय में Beards रखने का फैशन है। ऐसे में साफ देखा जा सकता है क‍ि उनके बाल क‍ितने माेटे और कड़े हैं। वहीं महिलाएं को भी एक-दूसरे से बात करते हुए सुना जा सकता है क‍ि अंडरआर्म्स, आर्म्स, हाथ और पैरों पर रेजर का इस्‍तेमाल नहीं करना चाह‍िए। इससे बाल मोटे और हार्ड (hair regrowth myth shaving) हो जाते हैं।

डॉक्टर ने क्‍ल‍ियर क‍िया कन्‍फ्यूजन
इस बारे में जानने के ल‍िए हमने डॉ. शिफा यादव (कंसल्‍टेंट- Dermatology और कॉस्मेटोलॉजी, आर्टेमिस हॉस्पिटल) से बात की। उन्‍होंने बताया क‍ि ये धारणा पूरी तरह गलत है कि शेविंग करने से बाल मोटे () हो जाते हैं। विज्ञान इस बात को कई बार साफ कर चुका है कि शेविंग का हमारे बालों की जड़ों या उनकी ग्रोथ पर कोई असर नहीं पड़ता है।

बालों की जड़ों पर नहीं पड़ता असर
डॉक्‍टर ने बताया क‍ि हमारे शरीर में बालों की ग्रोथ फॉलिकल्स (बालों की जड़ें) से होती है। ये हमारे त्वचा के अंदर मौजूद रहते हैं। ऐसे में जब आप शेविंग करते हैं, तो इससे सिर्फ स्‍क‍िन के ऊपर का हिस्सा हटता है। इसका जड़ों पर कोई असर नहीं पड़ता है। आपको बता दें क‍ि इसका सीधा मतलब ये है क‍ि आप सिर्फ बाल का ऊपरी भाग काटते हैं, अंदर की ग्रोथ वैसी की वैसी रहती है।

तो फिर बाल मोटे क्यों लगते हैं?
डॉक्‍टर ने क्‍लि‍यर करते हुए कहा क‍ि जब आप शेव करते हैं, तो बालों का सिरा चपटा न होकर सीधा और कड़ा यानी क‍ि हार्ड हो जाता है। इससे जो नए बाल न‍िकलते हैं, वो थोड़े मोटे और कड़े होते हैं। पर असल में उसकी मोटाई या संख्या नहीं बढ़ती हैं।

महिलाओं में डर क्यों होता है?
आपने देखा होगा क‍ि महिलाओं में चेहरे, हाथों या पैरों के बालों को लेकर ज्‍यादा चिंता होती है। वे जब पहली बार रेजर का इस्‍तेमाल करती हैं तो बालों पर पहले से ज्यादा ध्यान द‍िया जाने लगता है। इसका कारण वही सीधा और कड़ा सिरा है। हालांक‍ि ये हमेशा के ल‍िए नहीं होते हैं। कुछ ही समय में बाल पहले के जैसे नॉर्मल हो जाते हैं। हालांक‍ि डॉक्‍टर ने मह‍िलाओं को सलाह दी क‍ि वे रेजर का इस्‍तेमाल करने के बजाय वैक्‍स को प्राथम‍िकता दें।

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