कोविंद का राष्ट्रपति बनना हुआ फाइनल, देश की सबसे बड़ी पार्टी ने मिलाया हाथ!

अगरतला। तृणमूल कांग्रेस मुखिया व प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मीरा कुमार को समर्थन देने का फैसला लिया है, लेकिन त्रिपुरा में उनकी पार्टी के विधायकों ने कोविंद का समर्थन करने का एलान कर दिया।
पार्टी के छह विधायकों ने बैठक करके कहा कि वह माकपा को सरकार से बेदखल करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में माकपा समर्थित मीरा कुमार को समर्थन किस तरह से दिया जा सकता है।
सदन में उनके नेता सुदीप रॉय बर्मन ने कहा कि वह रामनाथ कोविंद का समर्थन करेंगे। टीएमसी के राज्य अध्यक्ष आशीष साहा ने कहा इस बाबत फैसला ले लिया गया है।
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हालांकि राजनीतिक गलियारों में इस बात की भी चर्चा है कि ये छह टीएमसी विधायक भाजपा में शामिल हो सकते हैं। साहा ने कहा कि इस पर अभी फैसला नहीं लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि टीएमसी के छह विधायक कांग्रेस को छोड़कर टीएमसी में शामिल हुए थे।
भाजपा को लगता है कि राष्ट्रपति चुनाव के दौरान 17 जुलाई को होने वाले मतदान में उप्र व बिहार में रामनाथ कोविंद के पक्ष में क्रॉस वोटिंग हो सकती है।
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सूत्रों का कहना है कि जिस तरह से मुलायम सिंह व उनके पुत्र अखिलेश यादव के बीच छत्तीस का आंकड़ा दिखाई दे रहा है, उसमें भाजपा को उम्मीद दिखाई दे रही है।
मुलायम के सिपहसालार शिवपाल सिंह की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात इस तरफ इशारा कर रही है। बसपा से भी कुछ इसी तरह का इशारा मिल रहा है।
संप्रग उम्मीदवार मीरा कुमार को वोट देने के मामले में पार्टी में विरोधाभाष है। बिहार में जदयू कोविंद का समर्थन कर चुकी है।
राजद के लालू यादव जीजान से मीरा कुमार के पक्ष में काम करते दिख रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के विधायक कोविंद के पक्ष में क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं।