कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) 2017: परीक्षा में स्टूडेंट्स को रीजनिंग सहित इन सवालों ने धुमाया
November 28, 2017
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देश के प्रतिष्ठित मैनेजमेंट संस्थानों में दाखिले के लिए रविवार को आयोजित कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) 2017 में डाटा इंटरप्रेटेशन और लॉजिकल रीजनिंग ने परीक्षार्थियों का कड़ा इम्तिहान लिया। ऑनलाइन परीक्षा में 100 सवालों को हल करने के लिए तीन घंटे का समय दिया गया था। हर सेक्शन के लिए एक घंटे का समय निर्धारित था। एक सेक्शन के सवाल हल करते समय उसे पूरा किये बिना दूसरे सेक्शन में जाना संभव नहीं था।
इस वजह से डाटा इंटरप्रेटेशन एंड लॉजिकल रीजनिंग के सवाल हल करने में परीक्षार्थियों को समय कम पड़ गया। परीक्षा के लिए राजधानी में सात केंद्र बनाए गए थे, इन पर करीब दो हजार परीक्षार्थी पंजीकृत थे। प्रश्नपत्र तीन भागों में था। पहला भाग वर्बल एबिलिटी एंड रीडिंग कंप्रेहेंसिव-इंग्लिश, दूसरा भाग डाटा इंटरप्रेटेशन एंड लॉजिकल रीजनिंग और तीसरा भाग क्वांटेटिव एबिलिटी-गणित का था। इंग्लिश और गणित के 34-34 और रीजनिंग के 32 सवाल पूछे गए।
हर भाग के लिए 60-60 मिनट का समय आवंटित किया गया था। दिव्यांग परीक्षार्थियों को 20 मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया था। परीक्षार्थी एक सेक्शन के लिए आवंटित 60 मिनट का समय दूसरे भाग के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकता था। पहली पाली सुबह नौ से 12 बजे तक तथा दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 2:30 से शाम 5:30 बजे तक आयोजित हुई। सही सवाल के लिए तीन नंबर आवंटित किए गए हैं। जबकि गलत जवाब देने पर एक नंबर कट जाएंगे। परीक्षा में पिछले साल की तरह इस साल भी बहु विकल्पीय के साथ सब्जेक्टिव सवाल भी पूछे गए। सब्जेक्टिव सवाल का जवाब अभ्यर्थियों को स्क्रीन पर टाइप करना था।
वर्बल और रीडिंग कंप्रेहेंसन के सवालों में वोकेब्युलरी, सेंटेंस करेक्शन, इंग्लिश ग्रामर, क्लोज पैसेज, जंबल्ड पैराग्राफ, मीनिंग-यूजेस मैच जैसे सवाल पूछे गए।
गणित में ज्यामिती, बीजगणित, अर्थमेटिक, मॉर्डन मैथ्स और नंबर सिस्टम पर आधारित सवाल पूछे गए। जबकि रीजनिंग में नंबर और लेटर्स, कैलेंडर, क्लॉक, क्यूब्स, बाइनेरी लॉजिक, सीटिंग अरेंजमेंट, ब्लड रिलेशन, लॉजिकल कनेक्टिविटी पर आधारित सवाल पूछे गए।
परीक्षार्थियों ने बताया कि गणित और अंग्रेजी का भाग काफी आसान था। जबकि पिछले साल की तरह इस साल भी डाटा इंटरप्रेटेशन और रीजनिंग के सवाल काफी कठिन थे। कैट विशेषज्ञ अभिषेक सिंह की मानें तो बिना किसी गलती के 50 फीसदी से ज्यादा सही सवाल करने वाला विद्यार्थी 99 फीसदी परसेंटाइल स्कोर करेगा। उनके अनुसार पेपर पैटर्न इस साल लगभग पिछले साल की ही तरह था। इस साल का पेपर बीते साल के मुकाबले कुछ आसान ही था। इसलिए परीक्षार्थियों को ज्यादा परेशानी नहीं हुई। डाटा इंटरप्रेटेशन और लॉजिकल रीजनिंग केे सवाल पिछले साल भी कठिन ही आए थे।