कर नियम में परिवर्तन के कारण जॉर्डन में फंसे 200 भारतीय युवक
आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, जॉर्डन से लौटे जसप्रीत ने गिरफ्तारी के बाद बताया कि वह फरवरी, 2016 में जॉर्डन गया था। ईसी पर लौटने का कारण पूछने पर उसने बताया कि उसका पासपोर्ट जॉर्डन में खो गया था। कहीं भी पासपोर्ट खोने पर पुलिस में रिपोर्ट की जाती है। फिर अपने देश लौटने पर संबंधित देश की एंबेसी ईसी जारी करती है। जसप्रीत का रिकॉर्ड चेक किया गया तो पता लगा कि उसके पासपोर्ट पर दिसंबर, 2016 में कोई भारत आ गया था।
पुलिस ने जसप्रीत को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो पता लगा कि जसप्रीत के पासपोर्ट पर सुरेंद्र जॉर्डन से भारत आया था। इसके बाद पंजाब निवासी सुरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया। इन लोगों ने बताया कि पंजाब के काफी युवक जॉर्डन जा चुके हैं। ये एक सप्ताह के टूरिस्ट वीजा पर जाते हैं। वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी ये जॉर्डन में रुक जाते हैं। वीजा अवधि खत्म होने पर जॉर्डन में ठहरने पर ओवर स्टे टैक्स वसूला जाता था, जो काफी भारी-भरकम होता था। इससे बचने के लिए सुरेंद्र जसप्रीत के वीजा पर भारत आ गया था। वह अपने वीजा पर आता तो भारी-भरकम ओवर स्टे टैक्स देना पड़ता। जसप्रीत के वीजा पर उसे कुछ महीने का ही टैक्स देना पड़ा। वह बहुत पहले जॉर्डन गया था और उसका ओवर स्टे टैक्स कई लाख का बनता।
जसप्रीत ने बताया कि अब जॉर्डन के प्रिंस ने ओवर स्टे टैक्स सिस्टम बंद कर दिया है। वहां रह रहे भारतीयों से उन्होंने कहा है कि वह अपने देश लौट जाएं। अब समस्या यह है कि वीजा खत्म होने के बाद भारतीय कैसे लौटें। दिल्ली, हरियाणा व पंजाब के करीब 200 युवक वहां अब अवैध रूप से रह रहे हैं। इनमें से कुछ ने अन्य युवकों को अपना पासपोर्ट बेच दिया था। ओवर स्टे टैक्स से बचने के लिए भारत लौट रहे युवक दूसरे युवकों का पासपोर्ट खरीद लेते थे। पिछले 15 दिन में जॉर्डन से ईसी पर भारत लौटे चार युवक गिरफ्तार हो चुके हैं।