आप घर में बैठे हैं और आपके आईडी पर किसी ने रुपए बदलवा लिए

नई दिल्ली। क्या आपके बैंक अधिकारी ने आपको यह कहा कि आपका आईडी प्रूफ नए करेंसी नोट निकालने के लिए पहले ही यूज हो चुका है? अगर ऐसा है तो आप सिक्योरिटी ब्रीच का शिकार हो गए है, जहां रुपए एक्सचेंज करने के लिए किसी ने अपने आइडेंटिटी प्रूफ (पैन कार्ड/वोटर आईडी/ड्राइविंग लाइसेस) का दुरूपयोग किया है
पता चला है कि कई कंपनियों ने उनके कर्मचारियों के आईडी का उपयोग किया है। रुपए एक्सचेंज करने के लिए उन्होंने बल्क में निजी बैंकों के शाखा प्रबंधकों को कार्ड दिए हैं। एक आईडी पर बैंक 4 हजार रुपए हर दिन ब्लैक मनी को व्हाइट कर रही है।
इंडियाटाइम्स के मुताबिक एक सूत्र ने दावा किया है कि काले धन की एक बड़ी राशि हर दिन व्हाइट मनी में बदल रही है। कई कंपनियों ने एजेंट्स हायर किए हैं जो कि टेलीकॉम हाउस और मोबाइल फोन शॉप से आईडी की फोटोकॉपी खरीद रही है जो कि नए सिम कार्ड इश्यू करने के समय लेते हैं। यह उन आईडी को बैंकों की मदद से ब्लैक से व्हाइट हो रहे हैं।’
यही नहीं, तीन बैंकों के अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि कुछ बैंक उन आईडी की फोटोकॉपी यूज कर रहे हैं जो कि कस्टमर ने अकाउंट खोलने के समय सबमिट की थी। कई फोटोकॉपी की दुकानों को स्याही की कमी आ गई है क्योंकि लाखों आईडी कार्ड फोटोकॉपी किए जा रहे हैं।
इस तरह की घटनाओं के कारण यूपी पुलिस को बैंक/पोस्ट ऑफिस डिपोजिट और एक्सचेंज में आईडी के दुरूपयोग को लेकर एक चेतावनी जारी करनी पड़ रही है।
एक ट्वीट में यूपी पुलिस के डीजीपी ऑफिस के पब्िलक रिलेशन ऑफिसर राहुल श्रीवास्तव ने बताया ‘यह संभावना है कि बिना साइन किए पैन और आईडी प्रूप की कॉपी कई बार हुई हो और उसका दुरूपयोग हुआ हो। वहीं बैंकों या पोस्टऑफिसों में 500 व 1000 रुपयों के नोटों को एक्सचेंज या डिपॉजिट करते समय, कृपया अरेस्ट व साइन करे और एक नोट लिखें कि ‘मैं पुराने करेंस नोट को जमा करने के लिए फलां रकम फलां तारीख को बैंक या पोस्ट ऑफिस में जमा कर रहा हूं।’