आईआईटी दिल्ली पहुंचीं श्रीलंका की प्रधानमंत्री

आईआईटी दिल्ली में शुक्रवार को श्रीलंका की प्रधानमंत्री डॉ. हरिणी अमरसूर्या का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस दौरान उन्होंने भारत और श्रीलंका के बीच शिक्षा व अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की और आईआईटी दिल्ली में “श्रीलंका अकादमिक और अनुसंधान केंद्र” स्थापित करने का प्रस्ताव रखा।

IIT Delhi: श्रीलंका को प्रधानमंत्री डॉ. हरिणी अमरसूर्या ने शुक्रवार को आईआईटी दिल्ली का भी दौरा किया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य अनुसंधान, नवाचार और उच्ब शिक्षा में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करना था।

प्रधानमंत्री को आईआईटी दिल्ली में विकसित तकनीकों से रूबरू कराया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा मानना है कि हमारे संस्थानों और आईआईटी दिल्ली के बीच शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग की काफी संभावनाएं हैं।

उन तरीकों की खोज करने के लिए उत्सुक हैं जिनसे हमारे संस्थान आईआईटी दिल्ली के साथ भी सहयोग कर सके। आईआईटी दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों के डीन अनिल वर्मा ने श्रीलंका प्रधानमंत्री के समक्ष आईआईटी दिल्ली की अंतरराष्ट्रीय पहलों का अवलोकन प्रस्तुत किया।

उन्होंने आईआईटी दिल्ली में श्रीलंका अकादमिक और अनुसंधान केंद्र बनाने की संभावना का प्रस्ताव रखा। प्रस्तावित केंद्र भारत और श्रीलंका के उच्च शिक्षा संस्थानों को जोड़कर अकादमिक और अनुसंधान सहयोग और क्षमता निर्माण को मजबूत कर सकता है। इस अवसर पर आईआईटी दिल्ली के डिप्टी निदेशक प्रो. अरविंद नेमा भी मौजूद रहे।

दिल्ली के सरकारी स्कूल का किया दौरा

डॉ. हरिणी ने रोहिणी के सर्वोदय कोएड स्कूल का दौरा किया। उनको दिल्ली की आधुनिक शिक्षा प्रणाली से रूबरू कराया गया। इस दौरान श्रीलंका की प्रधानमंत्री ने छात्रों और शिक्षकों से संवाद किया। डॉ. हरिमी अमरसूर्या ने दिल्ली सरकार की शिक्षा नीति की सराहना करते हुए कहा कि यह मॉडल विकासशील देशों के लिए एक प्रेरणास्रोत बन सकता है।

दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि शिक्षण व्यवस्था की जानकारी के लिए विदेश के प्रधानमंत्री स्वयं आए हैं। श्रीलंका की प्रधानमंत्री का यह दौरा भारत और श्रीलंका के बीच शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग और संवाद को और मजबूत करेगा।

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