अमेरिका-सऊदी अरब में 142 अरब डॉलर के रक्षा सौदे की पूरी कहानी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने चार दिवसीय मध्य पूर्व के दौरे पर पहले पड़ाव पर मंगलवार को सऊदी अरब पहुंचे। सऊदी अरब की राजधानी रियाद में युवराज मोहम्मद बिन सलमान ने राष्ट्रपति ट्रंप का एयरपोर्ट पर स्वागत किया। सऊदी अरब दौरे में राष्ट्रपति ट्रंप सऊदी युवराज के साथ ईरान के परमाणु कार्यक्रम, गाजा युद्ध को समाप्त कराने और तेल की कीमतों समेत कई अन्य मुद्दों पर बात कर सकते हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस (शहजादे) मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात करके अपनी चार दिनी पश्चिम एशियाई यात्रा की शुरुआत की। ट्रंप ने सऊदी अरब के साथ रणनीतिक आर्थिक समझौते पर हस्ताक्षर किए। सऊदी अरब भी अमेरिका में 600 अरब डॉलर का निवेश करेगा।

अमेरिकी प्रयासों पर नजर रखने का लक्ष्य
अमेरिका-सऊदी अरब के बीच 142 अरब डॉलर का रक्षा सौदा हुआ है। ट्रंप ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करने, गाजा में युद्ध को समाप्त करने, तेल की कीमतों को कम करने और अन्य चुनौतीपूर्ण मुद्दों पर भी वार्ता की। बातचीत में ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करने, गाजा में युद्ध को समाप्त करने, तेल की कीमतों को थामने के लिए अमेरिकी प्रयासों पर नजर रखने का लक्ष्य बना है।

ट्रंप को मिलेगा आलीशान बोइंग 747 विमान का गिफ्ट
पश्चिम एशिया दौरे पर ट्रंप कतर भी जाएंगे। ट्रंप के कतर दौरे से पहले वहां की सरकार ने अमेरिका को एक आलीशान बोइंग 747 विमान गिफ्ट देने का एलान किया है। इसके बाद से अमेरिका में उस गिफ्ट की खूब चर्चा है। अब राष्ट्रपति ट्रंप ने इसे लेकर बयान दिया है और कहा है कि कोई बेवकूफ ही होगा, जो इसे स्वीकार नहीं करेगा।

ट्रंप ने फिर कहा- भारत-पाक के बीच हमने संघर्ष विराम कराया
ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को रोकने के लिए ऐतिहासिक संघर्ष विराम कराया। हालांकि, भारत पहले ही कह चुका है कि संघर्ष विराम कराने में किसी तीसरे पक्ष की भूमिका नहीं थी।

3500 करोड़ के विमान की खासियत
बुधवार को ट्रंप के कतर दौरे पर उन्हें लग्जरी विमान के रूप में अब तक का सबसे महंगा तोहफा मिल सकता है। यह विमान हर तरह की सुविधाओं से लैस होगा और इसकी कीमत 41 करोड़ डॉलर (करीब 3500 करोड़ रुपए) है। एयरफोर्स वन की तरह इसके इस्तेमाल करने की योजना ट्रंप ने बनाई है।

इस्राइल-सऊदी रिश्तों में उम्मीदें कम
अमेरिकी राष्ट्रपति पश्चिम एशिया की प्रमुख ताकतों (इस्राइल व सऊदी अरब) में संबंधों को सामान्य बनाने के पुराने कार्यकाल के प्रयासों को दोहराने की पहल कर सकते हैं। लेकिन रियाद ने साफ किया कि इसके बदले में वह अमेरिकी सुरक्षा गारंटी, राज्य के परमाणु कार्यक्रम में सहायता और फलस्तीनी राज्य के मार्ग पर प्रगति चाहता है। जबकि इस्राइल द्वारा गाजा पर कब्जा करने की धमकी के चलते इसकी संभावना बहुत कम है।

ट्रंप ने की सीरिया पर प्रतिबंध हटाने की घोषणा
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि वह सीरिया की नई सरकार के साथ संबंध सामान्य करेंगे। देश को शांति स्थापित करने का मौका देने के लिए प्रतिबंध हटाएंगे। ट्रंप सीरियाई राष्ट्रपति अहमद अल-शारा से मुलाकात भी करेंगे। उन्होंने पिछले साल बशर असद के शासन को उखाड़ फेंका था। ट्रंप ने कहा कि सुलह का प्रयास सऊदी अरब के शासक क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन के आग्रह पर किया गया है। उन्होंने सीरिया की नई सरकार की सफलता को लेकर उम्मीद जाहिर की और शुभकामनाएं दीं। यह घटनाक्रम शारा के लिए बड़ा प्रोत्साहन है। उन्हें 2003 में अमेरिका के नेतृत्व वाले इराक आक्रमण के बाद विद्रोह में भूमिका के लिए जेल में डाला गया था।

ट्रंप का सऊदी दौरा अहम क्यों?
डोनाल्ड ट्रंप ऊर्जा कीमतों को कम रखना चाहते हैं ताकि अमेरिकी लोगों के लिए महंगाई को नियंत्रित रखा जा सके। ट्रंप की मदद के लिए तेल उत्पादक देशों ने पहले ही अपना तेल उत्पादन बढ़ा दिया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें कम हुई हैं। हालांकि, सऊदी अरब समेत कई ओपेक देशों की अर्थव्यवस्था तेल पर ही निर्भर करती है। ऐसे में तेल की कीमतें कम होने से इन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 64.77 डॉलर प्रति बैरल है।

सऊदी के अलावा कहा-कहां जाएंगे ट्रंप?
सऊदी अरब द्वारा अमेरिका में भारी निवेश का वादा किया गया है। यही वजह है कि ट्रंप अपने मध्य पूर्व दौरे पर सबसे पहले सऊदी अरब पहुंचे हैं। ट्रंप सऊदी अरब के अलावा कतर और संयुक्त अरब अमीरात का भी दौरा करेंगे। गौरतलब है कि इन तीनों ही देशों में ट्रंप की रियल एस्टेट कंपनी ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन रियल एस्टेट प्रोजेक्ट बना रही है, जिनमें सऊदी अरब के जेद्दा में रिहायशी इमारते, यूएई में लग्जरी होटल और कतर में गोल्फ कोर्स और विला का निर्माण किया जा रहा है। मध्य पूर्व दौरे पर ट्रंप, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ऊर्जा सहयोग को लेकर अहम समझौते कर सकते हैं। सऊदी अरब को हथियार बेचने के समझौते पर भी सहमति बन सकती है। इससे पहले ही ट्रंप प्रशासन ने सऊदी अरब को 3.5 अरब डॉलर के हथियारों की बिक्री समझौते को मंजूरी दी थी।

Back to top button