…तो इस वजह से बढ़े पेट्रोल, डीजल के दाम, जल्द ही होगा सस्ता

पेट्रोल, डीजल के दाम में हाल में आई तेजी की वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ना नहीं, बल्कि अमेरिका में आया तूफान है। अमेरिका में हाल में आये तूफान के कारण विश्व बाजार में पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़े। इसके अलावा पेट्रोलियम पदार्थों पर उत्पाद शुल्क और वैट की ऊंची दर से भी ईंधन महंगा है। पेट्रोलियम क्षेत्र के विशेषज्ञों ने यह बात कही। विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थिति सामान्य होने के साथ यहां भी दाम नीचे आएंगे।पेट्रोल, डीजल के दाम

जानकारों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम पिछले कुछ समय से 50 से 55 डालर प्रति बैरल के दायरे में ही हैं जो कच्चे तेल के लिहाज से उसके दाम का सामान्य से नीचे का स्तर है। देश में पेट्रोल, डीजल के दाम में पिछले एक-डेढ माह के दौरान आने वाली तेजी की असली वजह अमेरिका में आया तूफान है। उल्लेखनीय है कि अगस्त के दूसरे पखवाड़े में ह्यूस्टन, टेक्सास में हैरी तूफान ने भारी तबाही मचाई, उसके बाद सितंबर के पहले पखवाड़े में फ्लोरिडा में इरमा तूफान से गतिविधियां प्रभावित रहीं।

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इंडियन आयल कॉरपोरेशन के पूर्व चेयरमैन आर.एस. बुटोला ने कहा, ‘‘अमेरिका में तूफान से वहां रिफाइनरी उत्पादन ठप पड़ गया। अमेरिका में करीब दो करोड़ बैरल प्रतिदिन उत्पादन क्षमता की रिफाइनरियां हैं। इनसे घरेलू खपत के साथ पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात भी किया जाता है। तूफान की वजह से इसमें से 30 से 40 लाख टन उत्पादन क्षमता प्रभावित हुई।

इससे अमेरिका में निर्यात के लिये पेट्रोल का फ्री-आन-बोर्ड (एफओबी) दाम यानी निर्यात मूल्य जो कि जून में औसतन 1.44 डालर प्रति गैलन चल रहा था वह तूफान आने की खबरों से अगस्त में बढ़कर 1.62 डालर और तूफान आने के बाद सितंबर तक बढ़कर 1.83 डालर प्रति गैलन तक पहुंच गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘डालर–रुपये की विनिमय दर और गैलन-प्रति लीटर के हिसाब से यह असर करीब छह-सात रुपये प्रति लीटर बैठता है।’’

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