अमरीश पुरी के दमदार डायलॉग पर सिनेमाघरों में जमकर बजीं थी सीटियां

दिवंगत अभिनेता अमरीश पुरी (Amrish Puri) का 30 साल पुराना एक डायलॉग हर साल धनतेरस पर वायरल होता है। इस साल भी कुछ ऐसा ही है। दिवाली शुरू होते ही सोशल मीडिया पर अमरीश पुरी का धनतेरस वाला डायलॉग वायरल हो रहा है। इस पर मीम्स भी बन रही हैं।
दिवंगत अभिनेता अमरीश पुरी हिंदी सिनेमा के सबसे दमदार खलनायकों में से एक थे। उनकी आवाज में एक ऐसी खनक थी जो सीधे दर्शकों के दिल और दिमाग पर असर करती थी। उनके कई डायलॉग आज भी मूवी लवर्स की जुबान पर हैं। उनका एक डायलॉग हर साल धनतेरस के दिन वायरल होता रहता है। यह डायलॉग 30 साल पुराना है, लेकिन आज भी दर्शकों के बीच खूब लोकप्रिय है, खासकर दिवाली वीकेंड में।
आज धनतेरस है और एक बार फिर सोशल मीडिया पर अमरीश पुरी का ये मजेदार डायलॉग (Amrish Puri Best Dialogue On Dhanteras) वायरल हो रहा है। दिवाली वीकेंड में उनके डायलॉग्स की मीम्स बन रही हैं। चलिए आपको इस बारे में बताते हैं।
अमरीश पुरी का 30 साल पुराना डायलॉग वायरल
अमरीश पुरी ने बड़े पर्दे पर क्रूर, लालची और दबंग किरदार निभाए। चेहरे के एक्सप्रेशन तो दमदार थे ही, उनकी आवाज में भी एक जादू था। उनका हर डायलॉग सिग्नेचर स्टाइल बन जाता था। साल 1995 में रिलीज हुई फिल्म जय विक्रांता (Jay Vikraanta) में उन्होंने एक डायलॉग बोला था जो अब भी लोगों के बीच खास जगह बनाए हुए है।
अमरीश पुरी का धनतेरस डायलॉग
जय विक्रांता में अमरीश पुरी ने जमींदार की भूमिका निभाई थी। फिल्म के एक सीन में वह किसान से कहते हैं, “धनतेरस के दिन पूजा का अधिकार सिर्फ हम जैसे धनवानों का है। तुम जैसे कंगालों की पूजा से धरती मां नाराज हो जाएंगी। फसलें सूख जाएंगी। दफा हो जाओ यहां से।” इस डायलॉग्स पर सोशल मीडिया पर खूब मीम्स बन रहे हैं।
क्या है फिल्म की कहानी?
जय विक्रांता साल 1995 में रिलीज हुई थी और इसका निर्देशन सुल्तान अहमद ने किया था। 3 घंटे 15 मिनट की इस फिल्म में संजय दत्त, जेबा बख्तियार और अमरीश पुरी लीड रोल में थे। फिल्म की कहानी एक लालची जमींदार (अमरीश पुरी) की है जो गांव के एक ईमानदार गरीब किसान को मार देता है। इसके बाद उसका बेटा (संजय दत्त) उस जमींदार से बदला लेता है।