अमरनाथ यात्रा: शिव भक्त बोले- आतंक को देना था जवाब, इसलिए चले आए पहलगाम

हलगाम के नुनवान आधार शिविर से सुबह चार बजे अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था हर-हर महादेव के नारों के साथ रवाना हुआ। श्रद्धालुओं ने कहा कि पहलगाम से यात्रा शुरू कर आतंकवाद को जवाब देना चाहते हैं और पाकिस्तान को संदेश देना जरूरी था।
पहलगाम के नुनवान आधार शिविर से गुरुवार सुबह चार बजे अधिकारियों ने झंडी दिखाकर भोले के भक्तों का पहला जत्था रवाना किया। हर-हर महादेव के जयघोष के साथ श्रद्धालु चंदनवाड़ी के लिए उपलब्ध कराए वाहनों से निकले। पहलगाम से यात्रा शुरू करने के सवाल पर युवा बोले-आतंक को करारा जवाब देना था, इसलिए पहलगाम से यात्रा कर रहे हैं।
पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर से जवाब मिल गया है, अब वह कोई हिमाकत करने से पहले साै बार सोचेगा। पहलगाम के नुनवान आधार शिविर में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला बुधवार को दोपहर से शुरू हुआ तो रात तक चलता रहा। जम्मू से निकला श्रद्धालुओं को पहला जत्था दोपहर करीब 3:30 बजे आधार शिविर पहुंचा था।
यहां चल रहे लंगरों में खाना खाने के बाद कुछ श्रद्धालु रात बिताने होटलों में चले गए, बाकी शिविरों में ठहरे। रात करीब 10 बजे तक आधार शिविर में गिने-चुने लोग ही थे।वीरवार रात 3 बजे से आधार शिविर में मौजूद श्रद्धालुओं की कतार लगनी शुरू हो गई। तड़के 4 बजे हर-हर महादेव, बम-बम भोले के जयघोष के साथ श्रद्धालु प्रशासन की ओर निर्धारित वाहनों से चंदनबाड़ी रवाना हो गए। चंदनबाड़ी से उन्होंने बाबा अमरनाथ के लिए अपनी यात्रा शुरू की।