अभी और रुलाएगा प्याज, 200 रुपए से भी ऊपर जा सकता है भाव, ये है कारण
नई दिल्ली। प्याज की कीमतों में एक बार फिर से तेजी आ सकती है। खबरों की मानें तो देश में प्याज की कीमतें 200 रुपए से भी ऊपर जाने की संभावना है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तुर्की ने प्याज एक्सपोर्ट बंद करने का फैसला किया है। इसीलिए माना जा रहा है की कीमतों में एक बार फिर से उछाल आ सकता है।
इस बीच दिल्ली में केंद्रीय भंडारों पर विदेशों से आयत किया गया प्याज मिलना शुरू हो गया है। मंगलवार को दिल्ली के केंद्रीय भंडारों में लोगों ने हाथोंहाथ लाइन लगा कर प्याज खरीदा। वहीं, बुधवार से मदर डेयरी के सफर स्टोर पर प्याज मिलना शुरू होगा। फिलहाल दिल्ली में घरेलू प्याज 120-140 रुपये किलो है। दिल्ली में करीब 50 टन इंपोर्टेड प्याज़ पहुंचा है। देश में करीब 790 टन इंपोर्टेड प्याज इम्पोर्ट हुआ है।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्याज की आसमान छूती कीमतों को कम करने के लिए सरकार ने तुर्की और मिस्र से प्याज आयात करने का फैसला किया था। रिपोर्ट के अनुसार, आंकड़ों से पता चला है कि भारत ने मौजूदा वित्त वर्ष में 7,070 टन प्याज का आयात किया है। इसमें से 50 फीसदी तुर्की से मंगाएं हैं।
व्यापारियों के अनुसार, देश से बल्ब के निर्यात की वजह से तुर्की में प्याज की कीमत बढ़ गई है, इसीलिए तुर्की ने प्याज के एक्सपोर्ट रोकने का फैसला किया है।
वहीं महाराष्ट्र के नासिक जिले के बड़े होलसेल डीलर सुरेश देशमुख ने बताया कि तुर्की में प्याज की कमी होने के बाद वहां की सरकार ने एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया है। देशमुख और अन्य व्यापारियों का कहना है कि इस फैसले प्याज की कीमतों में तेजी आएगी।
हालांकि कई लोगों ने प्याज के दाम बढ़ने से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि प्याज की और खेप भी रास्ते में है। इनसे घरेलू आपूर्ति सुधारने में मदद मिलेगी। 2019-20 के फसल वर्ष (जुलाई से जून) में खरीफ उत्पादन में 25 प्रतिशत की कमी आने का अनुमान है। प्रमुख उत्पादक राज्यों में मानसून में देरी और अत्यधिक बारिश जैसी वजहों से प्याज का उत्प़ादन नीचे आया है।