अब Alzheimer’s के इलाज में फायदेमंद साबित होगा योग

योग हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसलिए लोगों को इसकी अहमियत समझाने और इसके फायदों के बारे में बताने के लिए हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। योग सेहत से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
इसी बीच एम्स के डाक्टरों द्वारा किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई कि योग से हल्के और मीडियम लेवल के अल्जाइमर्स से पीड़ित मरीजों के कॉग्नेटिव एबिलिटी में सुधार होता है। साथ ही इससे मानसिक तनाव, अवसाद व हाइपरटेंशन की समस्या भी नियंत्रित होती है इसलिए योग हल्के व मध्यम स्तर के अल्जाइमर्स के इलाज में फायदेमंद है। आइए जानते हैं इस स्टडी के बारे में विस्तार-
क्या कहती है स्टडी?
एम्स के एनाटॉमी व न्यूरोलाजी विभाग के डॉक्टरों ने मिलकर यह अध्ययन किया है, जो मेडिकल जर्नल फ्रंटियर्स इन एजिंग में प्रकाशित हुआ है। एम्स के एनाटॉमी विभाग की प्रोफेसर डॉ. रीमा दादा ने बताया कि वृद्धाश्रमों में रहने वाले 30 बुजुर्गों पर यह अध्ययन किया गया। इसमें 18 पुरुष और 12 महिलाएं शामिल थीं। उन सभी को हल्के व मध्यम स्तर की अल्जाइमर्स बीमारी थी। इससे मरीज की याददाश्त कमजोर होने लगती है।
सोच और व्यवहार में भी परिवर्तन आने लगता है। यह बीमारी पूरी तरह ठीक नहीं होती। समय के साथ यह बीमारी बढ़ती चलती जाती है। दुनिया भर में करीब पांच करोड़ लोग इससे पीड़ित हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेजाइजेशन (WHO) के अनुसार, 65 वर्ष से ज्यादा उम्र के दस प्रतिशत लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। साल 2050 तक यह आंकड़ा बढ़कर 22 प्रतिशत पहुंच सकता है। लिहाजा, अल्जाइमर्स के मरीजों पर योग का प्रभाव जानने के लिए यह अध्ययन किया गया।
रोजाना योग करना फायदेमंद
अध्ययन में शामिल लोगों को 12 हफ्ते तक योग कराया गया। इस दौरान उन्हें हफ्ते में छह दिन और रोजाना एक घंटा विभिन्न आसन, प्राणायाम व ध्यान कराया गया। योग शुरू कराने से पहले और योग करने के बाद उनके स्वास्थ्य व संज्ञानात्मक क्षमता की जांच की गई। अध्ययन में पाया गया कि योग से अल्जाइमर्स के मरीजों में तनाव, डिप्रेशन और हाइपरटेंशन की समस्या कम हुई। उनके व्यवहार और भाषा में भी बदलाव देखा गया। उनकी याददाश्त और कोई बात देर से याद आने की परेशानी में सुधार हुआ। इससे उनके जीवन की गुणवत्ता बेहतर हुई इसलिए अगर अल्जाइमर्स के मरीज प्रतिदिन योग करें, तो उन्हें इससे फायदा हो सकता है।
अध्ययन में शामिल लोगों को कराए गए ये योग
रोजाना दस मिनट के लिए सूर्य नमस्कार
पांच से सात मिनट तक गहन विश्राम
15-18 मिनट तक पवनमुक्तासन, भुजंगासन, शलभासन, अर्धमत्स्येन्द्रासन, मंडुकासन, ताड़ासन, त्रिकोणासन व अर्धचक्रासन जैसे आसन
रोजाना 10 मिनट के लिए ध्यान