अजब-गजब है Madhya Pradesh का ‘हाथी महल’, पूरी दुनिया में होती है खूबसूरती की चर्चा

मध्य प्रदेश, जिसे भारत का दिल कहा जाता है, कई खूबसूरत जगहों का घर है। इन्हीं में से एक है धार जिले के मांडू में स्थित प्रसिद्ध हाथी महल। 16वीं शताब्दी में निर्मित यह महल अपनी अद्भुत इंडो-इस्लामिक वास्तुकला और सुंदरता के लिए दुनिया भर में मशहूर है।
भारत में घूमने-फिरने वाले जगहों की कमी नहीं है। यहां हर राज्य की अपनी खासियत है। उन्हीं में से एक राज्य है मध्य प्रदेश। इसे भारत का दिल कहा जाता है। एमपी में आपको एक से एक खूबसूरत जगहें मिल जाएंगी। यहां की अनोखी परंपरा, लोगों के बातचीत करने का ढंग, खानपान, रहन-सहन, पहनावा-ओढ़ावा सब कुछ बेहद खास है। एमपी की राजधानी भोपाल की खूबसूरती से तो पूरी दुनिया परिचित है।
इसे हमेशा से टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स के रूप में जाना जाता रहा है। यहां कई प्राचीन इमारतें हैं जो आज भी खूबसूरती के मामले में किसी से कम नहीं हैं। यहां सालों साल पर्यटकों की जबरदस्त भीड़ देखने को मिलती है। खजुराहो, ताज-उल-मस्जिद, महेश्वर किला के अलावा यहां का ‘हाथी महल’ भी बेहद खास है।
पूरी दुनिया में है मशहूर
ये महल अपनी अद्भुत कला और खूबसूरती के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। हम आपको हाथी महल की खासियत से रूबरू करवाने जा रहे हैं। साथ ही इसके इतिहास के बारे में भी जानेंगे। आप यहां जाने के लिए मजबूर हो जाएंगे। आइए हाथी महल के बारे में जानते हैं विस्तार से-
इंडो-इस्लामिक वास्तुशैली में बना है ये महल
अगर आप दिल्ली में रहते हैं और हाथी महल का दीदार करना चाहते हैं तो आपकाे 843 किलोमीटर की दूरी का सामना करना पड़ेगा। हाथी महल एमपी के मांडू शहर में मौजूद है। जो धार जिले में पड़ता है। आपको यहां पर इंडो-इस्लामिक वास्तुशैली में बना हाथी महल देखने को मिलेगा। ये महल पूरी दुनिया में फेमस है।
16वीं शताब्दी में हुआ था निर्माण
आपको बता दें कि हाथी महल का निर्माण 16वीं शताब्दी के आसपास किया गया था। यहां कई शासकों का राज रहा है। युद्ध के दौरान यहां की बहुत सी दीवारें और मीनारें टूट गईं। महल को इंडो-इस्लामी शैली में बनाया गया है। आपको इस महल में गुंबद, मस्जिद और पैलेस के सभी रूप नजर आ जाएंगे।
लरल पत्थरों से बना है ये महल
हालांकि अभी इसे मांडवगढ़ महल के नाम से जाना जाता है। इसके आस-पास की जगह को रॉक सिटी के नाम से भी जाना जाता है। इस इमारत के बारे में कहा जाता है कि ये शाही महल के लिए बनाया गया था। इस इमारत को बनाने में लाल पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था।
समय लेकर घूमने जाएं
अगर आप यहां जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो प्राइवेट कार या ट्रेन से पहुंच सकते हैं। ट्रेन से आप भोपाल पहुंचें और यहां से आप टैक्सी लेकर जा सकते हैं। हाथी महल उज्जैन से लगभग 155, और भोपाल सिटी से लगभग 280 किलोमीटर की दूरी पर है। हाथी महल समुद्र तल से 600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। हाथी महल काफी बड़ा बना हुआ है। तो अगर आप यहां घूमने जाते हैं तो समय लेकर जाएं।