अगर छोटे बच्चों के साथ बना रहे हैं ट्रिप का प्लान, तो ध्यान में रखें ये खास बातें

क्या आप भी बच्चों के साथ कहीं घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं? अगर हां, तो आपको कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए, वरना आपकी ट्रिप का मजा किरकिरा हो सकता है। इन बातों का ध्यान रखकर आप बच्चों की जरूरतों का ध्यान भी रख सकते हैं और ट्रिप भी मजेदार रहेगी।
छोटे बच्चे के साथ ट्रैवेल करना एक बेहद खास अनुभव हो सकता है, लेकिन यह तभी सुखद बनता है जब आप पूरी तैयारी और समझदारी से कदम उठाएं। बच्चों की जरूरतें और मूड अचानक बदल सकते हैं और अगर आप तैयार नहीं हैं तो आपकी ट्रिप स्ट्रेसफुल हो सकती है।
इसलिए यह जरूरी है कि आप प्लानिंग से लेकर पैकिंग और ट्रैवल मोड तक, हर चीज में बच्चे को ध्यान में रखकर फैसले लें। यहां छोटे बच्चे के साथ ट्रैवेल करते समय ध्यान रखने लायक कुछ जरूरी बातों (Baby Travel Tips) की जानकारी दी गई है, जो आपके सफर को आसान, सुरक्षित और मजेदार बनाने में मदद करेंगी। आइए जानते हैं इनके बारे में।
बच्चों के साथ ट्रैवल करते वक्त किन बातों का ध्यान रखें?
यात्रा का सही समय चुनें- बच्चे की नींद, भूख और एक्टिव टाइम को ध्यान में रखते हुए यात्रा की शुरुआत करें। इससे वह ज्यादा कंफर्टेबल और शांत रहेगा।
बेसिक जरूरी सामान पहले से तैयार रखें- डायपर, बेबी वाइप्स, दूध की बोतल, सिपर, बेबी फूड, एक्स्ट्रा कपड़े और कुछ हल्की दवाइयां हमेशा बैग में रखें।
मेडिकल किट जरूर साथ रखें- बुखार, पेट दर्द, उल्टी या एलर्जी जैसी समस्याओं के लिए डॉक्टर से सलाह लेकर दवाएं जरूर पैक करें।
आरामदायक और लेयरिंग वाले कपड़े चुनें- मौसम के अनुसार बच्चे को न ज्यादा गर्म और न ज्यादा ठंडा लगना चाहिए। इसलिए हल्के और लेयरिंग वाले कपड़े पहनाएं।
बच्चे के पसंदीदा खिलौने और किताबें साथ रखें- लंबे ट्रैवल में बच्चा बोर न हो, इसके लिए उसके फेवरेट खिलौने, किताबें या सॉफ्ट टॉयज रखें।
ब्रेक के प्लान बनाएं- अगर आप रोड ट्रिप कर रहे हैं तो हर एक या डेढ़ घंटे में छोटा ब्रेक लें, जिससे बच्चा थोड़ा घूम सके और चिड़चिड़ा न हो।
हाइजीन का खास ध्यान रखें- सैनिटाइजर, टिश्यू, बेबी साबुन और पानी की बोतल साथ रखें, जिससे सफर में भी साफ-सफाई बनी रहे।
खानपान पहले से तय करें- अगर बच्चा कुछ खास चीजें खाता है तो उसे पहले से पैक करें और बाहर का फूड देने से बचें।
शांत और पॉजिटिव वातावरण बनाए रखें- अगर बच्चा रोए या परेशान हो तो उसे प्यार से संभालें। गुस्से से हालात और बिगड़ सकते हैं।
तकनीक का सीमित इस्तेमाल करें- बच्चों को व्यस्त रखने के लिए मोबाइल या टैबलेट का कम से कम इस्तेमाल करें। इसकी जगह उनसे बातें करें या खेलों में व्यस्त रखें।
पहले छोटी दूरी की ट्रिप की आदत डालें- अगर ये पहली ट्रिप है, तो बच्चे को पास की खास जगहों पर ले जाकर पहले से ट्रैवल के लिए तैयार करें।
पेरेंट्स खुद भी रहें शांत और तैयार- जब पैरेंट्स खुद शांत और मानसिक रूप से तैयार रहते हैं, तो वे मुश्किल हालात में भी पेशेंस से काम लेते हैं। इससे बच्चे को सुरक्षा का एहसास होता है और जर्नी स्ट्रेस फ्री हो जाती है।





